केंद्रीय विश्वविद्यालय धर्मशाला निर्माण को आवाज तेज
धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय धर्मशाला परिसर निर्माण के लिए चल रहा संघर्ष के तहत क्रमिक धरना रविवार को 11वें दिन भी जारी रहा। रविवार को धरने पर जदरांगल और अंदराड़ की महिलाओं समेत गद्दी समुदाय के लोग भी संघर्ष में कूद गए। गद्दी भाषी एसोसिएशन के अध्यक्ष ईश्वर दास ने कहा कि गद्दी समुदाय …
धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय धर्मशाला परिसर निर्माण के लिए चल रहा संघर्ष के तहत क्रमिक धरना रविवार को 11वें दिन भी जारी रहा। रविवार को धरने पर जदरांगल और अंदराड़ की महिलाओं समेत गद्दी समुदाय के लोग भी संघर्ष में कूद गए। गद्दी भाषी एसोसिएशन के अध्यक्ष ईश्वर दास ने कहा कि गद्दी समुदाय इस आंदोलन के लिए जनता के साथ कंधे से कंधा मिलाकर लड़ेगा, और किसी भी हद तक जाने से पीछे नहीं हटेगा। सामाजिक कार्यकर्ता अतुल भारद्वाज ने बताया कि सरकार की हालत नाजुक बनी हुई है, आज डाक्टरों की सलाह पर उन्हें सब्जियों का सूप भेजा गया। जिसमें अंदराड़ से मटर और चामुंडा क्षेत्र से शलगम, टमाटर, घीया आदि का मिक्स सूप भेजा गया। लेकिन लाख कोशिश करने पर भी सरकार उसको ग्रहण नहीं कर पाई। वहीं सायं के समय डाक्टरों के परामर्श अनुसार लुंगडू की सब्जी, दहीं डालकर देने के लिए कहा गया था। लेकिन डाक्टरों ने अब ग्लोकोस देना शुरू कर दिया है। स्थिति चिंताजनक बनी हुई है।
रविवार को जदरांगल व अंदराड़ की महिलाओं में वार्ड सदस्य मंजू बाला, शबनम, श्रेष्ठा देवी, संदला देवी, निम्मो देवी, रीता देवी, इंदिरा देवी, रजनी देवी, सपना देवी, समस्या, निम्मो, मोनिका, मीरा, मधु, अनु, सुनीता, कमला, रीता, विशनी, बीना, पवना, ऊषा, स्कीमो, निर्मला, सिकंदरा, दर्शना, बीना, मीनाक्षी, श्रेष्ठा, पुष्पा, माया, सीमा, चंचला, संकुतला, बबली, सुमना, कुंता, धरतु, बंदना, मनीषा व राजो के अलावा गद्दी समुदाय से कै. ईश्वर दास, प्रशोत्तम, अर्जुन, सुनील कुमार, सुरेंद्र सिंह, कर्म चंद, विनय कुमार, रमेश चंद, कैलाश कुमार, प्रीतम चंद कपूर, विपिन नैहरिया, जीत कुमार, नसीब सिंह, सुभाष, अरुण, पंकज सूद, अश्वनी कुमार व पद्दर पंचायत के उपप्रधान बाबी गोस्वामी, बल्ला जदरांगल के उपप्रधान सुनील दत्त, संसार मित्र, कैलाश वालिया और अतुल भारद्वाज उपस्थित रहे। सीयू को लेकर चल रहे संघर्ष के तहत संघर्षकर्ता पालमपुर के विधायक एवं सरकार में सीपीएस आशीष बुटेल से जोधामल सराय में मिले और उनसे 30 करोड़ रुपए जमा न करवाए जाने की वजह जानने का प्रयास किया गया। संघर्षकर्ताओं को आशीष बुटेल ने आश्वास्त करते हुए कहा कि सरकार इस संबंध में उचित कारवाई करेगी।