नहीं बनने दिया जाएगा रोप-वे
कुल्लू। भले ही बिजली महादेव रोपवे निर्माण को लेकर केेंद्र सरकार और राज्य सरकार ने मंजूरी दी है। वहीं, राज्य सरकार ने जिला कुल्लू में नेचर पार्क से बिजली महादेव मंदिर तक रोपवे के विकास, संचालन और रख रखाव को भी स्वीकृति प्रदान की है। वहीं, इससे प्राप्त लाभ केंद्र और राज्य सरकार में 50-50 …
कुल्लू। भले ही बिजली महादेव रोपवे निर्माण को लेकर केेंद्र सरकार और राज्य सरकार ने मंजूरी दी है। वहीं, राज्य सरकार ने जिला कुल्लू में नेचर पार्क से बिजली महादेव मंदिर तक रोपवे के विकास, संचालन और रख रखाव को भी स्वीकृति प्रदान की है। वहीं, इससे प्राप्त लाभ केंद्र और राज्य सरकार में 50-50 प्रतिशत आधार पर साझा करने का प्लान है। इस प्रोजेक्ट की कुल लागत करीब 240 करोड़ है। लेकिन रोपवे को लेकर विरोध के स्वर फिर मुखर हो गए हैं। मंगलवार को बिजली महादेव रोपवे विरोध संघर्ष समिति खराहल व कशावरी फाटी की बैठक अध्यक्ष सरचंद ठाकुर की अध्यक्षता में हुई। बैठक निर्णय लिया कि बिजली महादेव रोपवे के विरोध में 19 फरवरी को प्रदर्शन किया जाएगा।
समिति के अध्यक्ष सर चंद ठाकुर ने कहा कि बिजली महादेव रोपवे से देव आस्था को ठेस पहुंचेंगी। पर्यावरण पर बुरा असर पड़ेगा। रोपवे लगने से रोजगार छिनेगा। ऐसे में कतई भी रोपवे लगने नहीं दिया जाएगा। संघर्ष समिति ने कड़ा विरोध किया है। रोपवे प्रोजेक्ट को लगने नहीं देंगे। उन्होंने कहा कि सरकार यहां के रोजगार को कुल्हाड़ा मार रही है। इससे घाटी का रोजगार खत्म होगा। वहीं, बिजली महादेव ने भी रोपवे को लेकर मनाही की है। अधिकांश लोग देवआस्था से जुड़े हैं। ऐसे में सरकार किसी की भी आस्था पर ठेस न पहुंचाएं। उन्होंने कहा कि पहले खराहल और कशावरी फाटी की पंचायतें प्रदर्शन में उतर आई थीं। वहीं, अब कुल्लू की जनता इसमें भाग लेगी। सरकार ने जो बिजली महादेव रोपवे के लिए जो प्रस्ताव पास किया है, इसे रद्द किया जाए। बिजली महादेव रोपवे की जगह सरकार सडक़ को चौडा करें। छरोडऩाला से बिजली महादेव तक और रामशिला से लेकर जहां तक सडक़ है वहां तक सडक़ चौड़ी की जाए। सरकार ने अपना प्रस्ताव रद्द नहीं किया तो उग्र आंदोलन किया जाएगा।