धुंध बढऩे से ऊना में बढ़े सडक़ हादसे
ऊना। जिला ऊना में सडक़ हादसे लगातार बढ़ रहे हैं। धुंध होने के चलते नजदीक आने पर ही वाहन को देख पा रहे हैं। ऐसी स्थिति में हादसा होने की आशंका बनी रहती है। ऊना में हादसे बढऩे का कारण विशेषकर वाहनों के पीछे लाइटें न होना आम हो गया है। ट्रैक्टर ट्रॉली व टिपर …
ऊना। जिला ऊना में सडक़ हादसे लगातार बढ़ रहे हैं। धुंध होने के चलते नजदीक आने पर ही वाहन को देख पा रहे हैं। ऐसी स्थिति में हादसा होने की आशंका बनी रहती है। ऊना में हादसे बढऩे का कारण विशेषकर वाहनों के पीछे लाइटें न होना आम हो गया है। ट्रैक्टर ट्रॉली व टिपर वाहनों में अक्सर पीछे लाइट न होना भी चालकों के लिए परेशानी का सबब बन गया है। धुंध में गाड़ी को क्रॉस करना भी खतरे से खाली नहीं है। हादसे बढऩे का मुख्य कारण गाड़ी के पीछे रेडियम लाइट व रेडियम पट्टी न लगाना है। जिसे मौजूदा समय में अनिवार्य किए जाने की जरूरत महसूस की जा रही है। आजकल सर्दी मौसम के चलते धुंध पड़ रही है और आमने सामने को देखने की दूरी बहुत कम होती है। प्रदेश में अधिकतर वाहनों में मालिकों द्वारा ट्रैक्टर-ट्रॉलियों व टिपरों में विशेषकर पीछे कोई लाइट नहीं लगाई देखी जा सकती है । जनहित में ट्रैक्टर ट्रॉलियों, टीपर व वाहन में रेडियम लाइट लगाना अनिवार्य किया जाना चाहिए। रेडियम लाइट सस्ती भी है।ये बिना किसी इलेक्ट्रिसिटी व तार का भी काम करता है।
जिला के समाजसेवी लोगों में अजय कुमार, प्यारा लाल, सुरिंद्र वर्मा, कमल किशोर, रजत कुमार आदि ने डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री से मांग की है कि प्रदेश में सभी वाहनों के पीछे रेडियम लाइट व रेडियम पट्टी लगानी अनिवार्य कर देनी चाहिए। इस बाबत में उन्होंने कार्यवाही करने की भी गुहार लगाई गई है। उन्होंने सडक़ हादसे रोकने के लिए ट्रैक्टर ट्रॉली व टीपर के पीछे रेडियम लाइट लगाने को अनिवार्य किया किए जाने की मांग उठी है। जिला ऊना ह्यूमन राइट्स के प्रधान सुरेश कुमार ने कहा कि सरकार को ट्रैक्टर-ट्रॉलियों व टिपरों के पीछे वाहनों में रेडियम लाइट व रेडियम पट्टी लगानी चाहिए। ताकि सडक़ हादसे न हो। उन्होंने कहा कि इसके लिए जल्द से जल्द कदम उठाने होंगे ताकि धुंध में कोई हादसा न हो सके।