सिटी में 50 फीसदी डिस्काउंट पर भी नहीं बिक रहा सामान
शिमला। शहर के कारोबारियों को यह विंटर सीजन काफी घाटे वाला जा रहा है। पहले विंटर कार्निवाल के कारण सारे पर्यटकों ने मालरोड के स्टालों से ही खरीददारी की और अब पर्यटकों की संख्या कम होने के कारण पूरे शहर के कारोबार पर असर पड़ रहा है। हालांकि विंटर कार्निवाल को लेकर कारोबारियों ने प्रशासन …
शिमला। शहर के कारोबारियों को यह विंटर सीजन काफी घाटे वाला जा रहा है। पहले विंटर कार्निवाल के कारण सारे पर्यटकों ने मालरोड के स्टालों से ही खरीददारी की और अब पर्यटकों की संख्या कम होने के कारण पूरे शहर के कारोबार पर असर पड़ रहा है। हालांकि विंटर कार्निवाल को लेकर कारोबारियों ने प्रशासन से मांग भी की थी कि पिछली साल भी कारोबार काफी घाटे भरा रहा है। ऐसे में स्टाल में वही सामान बेचा जाए जो सबसे अलग हो, यानी जो पारंपरिक हो, लेकिन प्रशासन ने कारोबारियों की मांगों को ही नजरअंदाज कर दिया। आलम यह है कि विंटर कार्निवाल से शहर के कारोबारियों को काफी घाटे का सौदा करना पड़ा। वहीं, विंटर सीजन के दौरान बर्फबारी न होने से राजधानी में कारोबार पर भी असर पड़ा है। यह लगातार दूसरा साल है, जब दिसंबर से फरवरी तक चलने वाले विंटर सीजन मंदा है। पर्यटन से जुड़े कारोबारियों के अलावा गर्म कपड़ों का कारोबार 50 फीसदी तक घट गया है। न्यू ईयर के बाद राजधानी में सैलानियों की आवाजाही काफी घटी है। ठप होते कारोबार को बढ़ाने के लिए शहर के कई कारोबारियों को 50 से 70 फीसदी तक डिस्काउंट के ऑफर निकालने पड़े हैं।
बावजूद इसके कारोबार नहीं बढ़ रहा। कारोबारियों के मुताबिक गर्म कपड़ों और अन्य चीजों पर जनवरी के अंत तक डिस्काउंट दिए जाते थे, लेकिन इस बार पहले हफ्ते में ही ऑफर निकालने पड़े हैं। मालरोड से लेकर लोअर बाजार के सभी नामी शोरूम खाली पड़े हैं। ऑफर देने के बावजूद ग्राहक स्वेटर, जैकेट जैसे गर्म कपड़े खरीदने नहीं आ रहे। कारोबारी नरेश ने बताया कि मानसून सीजन के बाद ठंड बढऩा शुरू हो गई थी] इसलिए विंटर सीजन जल्द शुरू होने की उम्मीद में अक्तूबर में ही गर्म कपड़ों का स्टॉक मंगवा लिया था, लेकिन दिसंबर तक बारिश और बर्फबारी नहीं हुई। इससे गर्म कपड़ों की बिक्री सुस्त रही। मालरोड स्थित शोरूम के कारोबारी योगेश ने बताया कि हर साल वह 26 जनवरी के बाद ऑफर निकालना शुरू करते थे, लेकिन इस बार घटते कारोबार के चलते जल्दी ऑफर निकालना पड़ा। शिमला व्यापार मंडल के उपाध्यक्ष अजय सरना ने कहा कि स्कूलों में छुट्टियां होने से शहर खाली है। अब बर्फबारी न होने से सैलानियों की संख्या भी घट गई है। इससे कारोबार को नुकसान हुआ है। गर्म कपड़ों से लेकर हर तरह के कारोबार पर असर पड़ा है। उम्मीद है कि आने वाले दिनों में बर्फबारी हो, ताकि कारोबार फिर पटरी पर लौट सके।