जानें- रीमेक को लेकर क्यों भिड़े अमेरिकी, प्रचार में उतरे 'फॉरेस्ट गम्प' के मेकर्स

जिनका रीमेक करके हमने कचरा कर दिया। यह अमेरिकियों के लिए नहीं है, इसलिए शांत रहो।

Update: 2022-08-06 07:15 GMT

आमिर खान की फिल्म लाल सिंह चड्ढा की रिलीज में बस कुछ दिन बाकी हैं। फिल्म 11 अगस्त को सिनेमाघरों में पहुंच जाएगी, मगर उससे पहले फिल्म को लेकर सोशल मीडिया में बहस जारी है। आमिर खान और करीना कपूर के पुराने बयानों को ढाल बनाकर लाल सिंह चड्ढा के बहिष्कार की अपील करते हैशटैग ट्रेंड हो रहे हैं, वहीं ओरिजिनल फिल्म फॉरेस्ट गम्प से इसकी तुलना भी लगातार की जा रही है।


सोशल मीडिया की इस तनातनी के बीच सवाल यह भी उठता है कि क्लासिक फिल्म फॉरेस्ट गम्प के भारतीय रीमेक को लेकर आखिर अमेरिका की जनता क्या सोचती हैं? अमेरिका में भी फिल्म 11 अगस्त को ही रिलीज हो रही है। हमने इस सवाल का जवाब सोशल मीडिया के जरिए ही तलाशने की कोशिश की और लाल सिंह चड्ढा को लेकर अमेरिकी जनता के विचारों से रू-ब-रू हुए।

फॉरेस्ट गम्प के पेज से लाल सिंह चड्ढा का प्रचार
लाल सिंह चड्ढा की रिलीज से लगभग हफ्ताभर पहले फॉरेस्ट गम्प के मेकर्स भी आमिर खान की फिल्म के प्रमोशन में उतर पड़े हैं। फॉरेस्ट गम्प के सोशल मीडिया पेजों से लाल सिंह चड्ढा का ट्रेलर और तस्वीरें शेयर की गयी हैं। दो तस्वीरों के कोलाज में एक तरफ फॉरेस्ट गम्प के टॉम हैंक्स हैं और दूसरी तरफ लाल सिंह चड्ढा के आमिर खान हैं।

यहां वो सीन शेयर किया गया है, जिसमें आमिर खान बढ़ी दाढ़ी और बाल के साथ दौड़ रहे हैं और जनता उनके पीछे है। इस पोस्ट में लिखा गया है- रन लाल लन। फॉरेस्ट गम्प के आधिकारिक भारतीय रीमेक में लाल सिंह चड्ढा की असाधारण यात्रा का अनुभव कीजिए। इससे पहले 2 अगस्त को लाल सिंह चड्ढा का ट्रेलर भी इस पेज पर शेयर किया गया था। यही पोस्ट फॉरेस्ट गम्प के ट्विटर एकाउंट से भी साझा की गयी हैं।
रीमेक को लेकर अमेरिकियों में छिड़ी बहस
फॉरेस्ट गम्प के फेसबुक पेज को 7 मिलियन यानी 70 लाख से अधिक लोग लाइक करते हैं, जिनमें दुनियाभर के लोग शामिल हैं। जब लाल सिंह चड्ढा की सूचना इस पेज से शेयर हुई तो इस पोस्ट पर कमेंट्स और लाइक्स की बाढ़ आ गयी। कमेंट्स के जरिए अमेरिकी जनता के विचारों का अंदाजा लगता है।

जॉर्ज कोगन नाम के व्यक्ति ने लिखा कि माफ कीजिए, एक पूरी तरह से मुकम्मल फिल्म को बर्बाद करने की कोई जरूरत नहीं थी। आप एक आइकॉनिक फिल्म को दोबारा नहीं बना सकते। कोई वजह है, जिसके चलते यह आइकॉनिक है। इस कमेंट के बाद एक बहस छिड़ गयी। एंथनी मर्फी नाम के शख्स ने जवाब में लिखा- हो सकता है कि रीमेक भारतीय दर्शकों को पसंद आये। वैसे, हमें इस तरह नहीं दिखाना चाहिए, जैसे हम अमेरिकी तो रीमेक्स बनाते ही नहीं हैं। इस पर जॉर्ज ने लिखा कि मैं आइकॉनिक फिल्मों के अमेरिकी रीमेक्स का भी विरोध करूंगा।

फॉरेस्ट टेलर नाम के शख्स ने लिखा- ओल्डब्वॉय एक क्लासिक कोरियन फिल्म है, और इसका अमेरिका में बेहद खराब रीमेक बना। स्पेनिश हॉरर फिल्म आरईसी के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ। ऐसे कई जापानी फिल्मों के खराब रीमेक बने। इसलिए हमने दूसरे देशों के रीमेक करने पर उनकी निंदा करने का हक खो दिया है। एरिक सोटो ने लिखा कि उन विदेशी फिल्मों के बारे में भी बताओ, जिनका रीमेक करके हमने कचरा कर दिया। यह अमेरिकियों के लिए नहीं है, इसलिए शांत रहो।

Tags:    

Similar News

-->