Birthday Special : कभी फिल्मों के पोस्टर पेंट करते थे नाना, जाने कैसे हुई फिल्मी सफर की शुरूआत
मुंबई । हिंदी सिनेमा (hindi cinema) में नाना पाटेकर (nana patekar) एक ऐसे नाम है, जिन्होंने अपने बेहतरीन अभिनय के बल पर लोगों के दिलों में एक खास जगह बनाई है। 1 जनवरी 1951 को जन्मे विश्वनाथ पाटेकर (Vishwanath Patekar) को बड़े पर्दे पर नाना पाटेकर के नाम से ही जाना गया। उनके डायलॉग और किरदार लोगों के बीच काफी मशहूर हुए। आज अभिनेता (actor) के 72वें जन्मदिन (Birthday) के मौके पर हम आपको उनके जीवन से जुड़ी कुछ अनसुनी बातें बताने जा रहे हैं, जिनके बारे में आप शायद ही जानते होंगे।
नाना पाटेकर ने इस मुकाम तक पहुंचने के लिए काफी संघर्ष किए थे। गरीबी में अपना बचपन बिताने वाले नाना पाटेकर ने 13 साल की उम्र से ही काम करना शुरू कर दिया था। वह स्कूल में पढ़ाई करने के बाद आठ किलोमीटर की चढ़ाई करके चूना-भट्टी में काम करने के लिए जाते थे। वहां वह फिल्मों के पोस्टर को पेंट किया करते थे, ताकि उन्हें खाने के लिए दो वक्त की रोटी मिल सके।
नाना चार दशकों से फिल्मी दुनिया में सक्रिय हैं और उन्होंने अपने तमाम रंग दर्शकों के सामने पेश किए हैं। चाहे संजीदा किरदार हो या फिर कॉमिक, रोमांटिक हो या नेगेटिव हर किरदार में उन्हें काफी पसंद किया गया। 1978 में आई फिल्म 'गमन' से अपने करियर की शुरुआत करने वाले नाना पाटेकर को पहचान 'परिंदा' फिल्म से मिली थी। इस फिल्म में उन्होंने खलनायक की भूमिका निभाई थी, जिसके लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार भी मिला था।
नाना पाटेकर एक ऐसे अभिनेता हैं, जिन्होंने जिस भी फिल्म को किया उस पर अपनी मुहर लगा दी। उनके बोलने के अंदाज को लोगों ने काफी पसंद किया। फिल्मों में उनके मोनोलॉग को भी काफी पसंद किया गया। वहीं, नाना ने अपने शानदार अभिनय के बल पर चार फिल्मफेयर और तीन राष्ट्रीय फिल्म अवार्ड जीते हैं। उन्होंने 'गिद्द', 'अंकुश', 'प्रहार', 'प्रतिघात' जैसी फिल्मों में अपने अभिनय की छाप छोड़ी है। वहीं, नाना ने थिएटर आर्टिस्ट नीलू उर्फ नीलकांति से शादी की है। दोनों का तलाक नहीं हुआ है, लेकिन वह साथ नहीं रहते हैं।
नाना पाटेकर को लेकर एक और बात है कि वह संजय दत्त के साथ कभी काम नहीं करते। लेकिन इसके पीछे एक बहुत ही बड़ी वजह छुपी है। दरअसल, 12 मार्च 1993 को मुंबई में ब्लास्ट हुआ था। इस सीरियल ब्लास्ट में संजय दत्त को दोषी पाया गया था। वहीं, इसी ब्लास्ट में नाना पाटेकर ने अपने भाई को खो दिया था। ऐसे में एक इंटरव्यू में नाना पाटेकर ने कहा था कि वह संजय को कभी माफ नहीं कर सकते। उन्होंने कहा था कि 1993 बम ब्लास्ट में संजय दत्त ने भले ही सजा काट ली हो लेकिन वो उनके साथ कभी काम नहीं करेंगे।