एक और चाचा ने किया भतीजे पर हमला

Update: 2023-07-06 12:16 GMT

केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने अपने भतीजे एवं सांसद चिराग पासवान पर निशाना साधते हुए कहा कि वह यह सुनिश्चित करेंगे कि जो भी हाजीपुर लोकसभा सीट से 2024 में चुनाव लडे़ उसकी जमानत जब्त हो जाए। पारस ने यह तंज इन खबरों के बीच किया कि चिराग पासवान हाजीपुर से चुनाव लड़ने के इच्छुक हैं जो दशकों से उनके दिवंगत पिता रामविलास पासवान का गढ़ रहा है और जिसका प्रतिनिधित्व वर्तमान में उनके चाचा कर रहे हैं।

पारस ने कहा कि अगर चिराग पासवान ने जमुई के लोगों को ‘‘धोखा’’ दिया तो वह कहीं से भी जीत नहीं पाएंगे। चिराग 2014 से लोकसभा में जमुई का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। पारस ने दावा किया कि हाजीपुर 1977 से उनकी ‘‘कर्मभूमि’’ रही है। उन्होंने कहा कि उनके बड़े भाई रामविलास पासवान ने 2019 में उन्हें वहां से मैदान में उतारकर यह सीट उन्हें सौंप दी थी। दलित नेता रामविलास पासवान द्वारा बनायी गई लोक जनशक्ति पार्टी 2020 में उनकी मृत्यु के बाद विभाजित हो गई और पारस के पांच सांसदों के साथ जाने से चिराग पासवान अपने गुट में अकेले सांसद रह गए।

बिहार में राजद-जदयू-कांग्रेस वाली सत्ताधारी महागठबंधन के खिलाफ अपने गठबंधन को मजबूत करने के लिए भाजपा भी चिराग पासवान को अपने पक्ष में लाने की कोशिश कर रही है। चिराग पासवान का मानना है कि चुनाव में उन्हें अपने पिता के समर्थकों मतदाताओं में से ज्यादातर के वोट मिलेंगे। पारस ने इन खबरों को खारिज कर दिया कि उनके भतीजे को केंद्र सरकार में मंत्री के रूप में शामिल किया जा सकता है। उन्होंने दावा किया कि ऐसी कोई संभावना नहीं है और उन (चिराग पासवाप) पर राजद के साथ संपर्क में रहने का आरोप लगाया। पारस ने रामविलास पासवान के लिए भारत रत्न की मांग की और बिहार सरकार से हर साल आधिकारिक तौर पर उनकी जयंती मनाने का आग्रह भी किया।

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