हिमाचल प्रदेश एक पहाड़ी राज्य है। यहां उच्च शिक्षा के स्कूल गांवों से बहुत दूर हैं। लेकिन फिर भी यहां के बच्चे लडक़े-लड़कियां उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए उन स्कूलों में जाते हैं। खासकर आज से कई साल पहले बच्चे दूर-दूर तक पढऩे जाते थे। लेकिन अफसोस कि आज बच्चों को सारी सुविधाएं उपलब्ध हैं, फिर भी बहुत से बच्चे कमजोर और जल्दी थकान के शिकार हो जाते हैं। दो कदम पैदल चलने पर ही थक जाते हैं। आज बहुत से बच्चों को छोटी उम्र में ही आंखों पर नजर का चश्मा लग जाता है। आखिर आज के बच्चे कमजोर क्यों हैं? क्या इनके खानपान में कोई कमी है या फिर खानपान ऐसा हो गया है कि जो सिर्फ पेट ही भरता है, सेहत नहीं बनाता, या फिर बच्चों की शारीरिक कसरत नहीं होती है? इस विषय में सोचना चाहिए।
-राजेश कुमार चौहान, सुजानपुर टीहरा
By: divyahimachal