चंबा में मनोहर की हत्या का मामला इन दिनों सुर्खियों में है। आए दिन सब तरफ से परिवार को न्याय देने की मांग उठ रही है। कई राजनीतिक दल आवाज मुखर कर रहे हैं। अच्छी बात है, न्याय होना चाहिए। लेकिन सभी यह भूल रहे हैं कि हमारे देश में किसी भी अपराध के नियंत्रण एवं दंड देने के लिए पुलिस व न्यायिक व्यवस्था है तथा ऐसे मामले उसी के अधिकार क्षेत्र में आते हैं। हैरानीजनक है कि मनोहर के हत्यारे पुलिस की हिरासत में हैं, फिर भी तोडफ़ोड़, बंद को लेकर गतिविधियां जारी हैं जो दर्शाता है कि न्याय की आवाज उठाने वालों को व्यवस्था पर या तो भरोसा नहीं है या राजनीति को गरमाये रखना चाहते हैं। हिमाचल के मुख्यमंत्री भी स्पष्ट कर चुके हैं कि हत्यारे कानून की गिरफ्त में हैं, ऐसे में कानून को अपना काम करने देना चाहिए।
-राजेंद्र पंडित, बनेहड़ा, तहसील घनारी
By: divyahimachal