15 साल से सिर्फ चॉक खाकर जिंदा है ये बुजुर्ग महिला, नहीं खाती है खाना

Update: 2023-09-01 10:04 GMT
जरा हटके: तेलंगाना के राजन्ना सिरिसिला जिले के मुस्ताबाद मंडल के बदनाकल गांव की एक बुजुर्ग महिला मल्लव्वा पिछले 15 वर्षों से नियमित भोजन के बजाय चॉक के टुकड़े खा रही हैं. इनको देखकर आसपास के सभी लोग हैरान हैं.
आम तौर पर खाने के शौकीनों को दो श्रेणियों में बांटा गया है, पहला शाकाहारी, जो फल और सब्जियां खाना पसंद करते हैं, और दूसरा मांसाहारी, जो चिकन, मटन, मछली, बीफ और समुद्री भोजन खाना पसंद करते हैं. लेकिन ये बुजुर्ग महिला सभी के लिए कौतुहल का विषय है क्योंकि उसके गांव के लोग असमंजस में हैं कि बुजुर्ग महिला को किस श्रेणी में रखा जाए.
इस महिला के जीवन में ये बदलाव 15 साल पहले आया जब वह अपने खेत पर काम करने के बाद खाना खाने के लिए घर लौट रही थी. उसने खाने का सामान अपनी प्लेट में रखा और जैसे ही वह खाना खाने वाली थी तो उसे अपनी प्लेट में बहुत सारे कीड़े दिखाई देने लगे और उसने खाना छोड़ दिया. इसके बाद वह खाली पेट ही सो गई और अगली सुबह वह उठी और अपनी दिनचर्या में लग गई.
लेकिन यही अनुभव उसे फिर से हुआ जब उसने अपना नियमित भोजन करने की कोशिश की तो उसे फिर से भोजन की प्लेट कीड़ों से भरी दिखाई दी. उसने खाना छोड़ दिया. इसके बाद उसे चॉक के टुकड़े मिले और उसने उन टुकड़ों से अपनी भूख मिटाई जिनमें कैल्शियम, कार्बन और ऑक्सीजन होते हैं. फिर उसने कुएं से पानी निकाला और पी लिया. तब से वह नियमित भोजन और शुद्ध पानी या बोरवेल के पानी के बजाय चॉक के टुकड़े खाने लगी और कुएं का पानी पीने लगी.
अपने अगले भोजन के लिए चॉक के उपयुक्त टुकड़ों को ढूंढते हुए मल्लवा कहती हैं, ‘बीच में, मैंने सामान्य भोजन खाने की कोशिश की और कुछ हद तक खा भी लिया, लेकिन कुछ ही घंटों में मुझे पेट में दर्द होने लगी और उसके बाद से मैं बिना किसी स्वास्थ्य समस्या के चॉक के टुकड़ों और कुएं के पानी का आहार लेना जारी रखा.
डॉक्टर यह देखकर आश्चर्यचकित हैं और उनकी राय में यह बहुत ही दुर्लभ चीज है. ‘मैंने पहले ऐसे मामले नहीं देखे हैं. हमें अल्ट्रासाउंड जैसे उचित परीक्षणों से स्थिति का विश्लेषण करना होगा. यदि वह महिला केवल चॉक के सहारे जीवित रह रही है, तो निश्चित रूप से यह एक चमत्कार है.
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