मजदूरों के देसी जुगाड़ का वीडियो हुआ वायरल, बिना मेहनत ऊंची बिल्डिंग पर पहुंच गई ईंट की बोरी
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। देसी जुगाड़ के मामले में हम भारतीयों का कोई जवाब नहीं है. यहां अक्सर लोग जुगाड़ इसलिए भिड़ाते हैं, ताकि वे कठिन से कठिन काम को भी आसानी से निपटा सकें. सोशल मीडिया पर आए दिन जुगाड़ के मजेदार वीडियो वायरल होते रहते हैं. फिलहाल, एक ऐसे ही वीडियो ने लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचा है, जिसमें मजदूर के देसी जुगाड़ को देखकर आप भी 'वाह-वाह' करने लगेंगे. दरअसल, वायरल क्लिप में जुगाड़ से एक बंदा बिना मेहनत किए ऊंची बिल्डिंग पर ईंट की बोरियों को पहुंचा देता है. सोशल मीडिया यूजर्स को ये जुगाड़ या यूं कहें मजदूर का 'स्मार्ट वर्क' बेहद पसंद आ रहा है.
वायरल हो रहे वीडियो में आप देख सकते हैं कि एक बिल्डिंग में कंस्ट्रक्शन का काम चल रहा है. ढेर सारे मजदूर लगे हुए हैं, लेकिन बिल्डिंग की छत पर ईंट की बोरी पहुंचाने के लिए मजदूरों ने गजब का जुगाड़ भिड़ाया है. वीडियो में देखा जा सकता है कि वे स्कूटर की मदद से बिना मेहनत किए ईंट की बोरियों को झटके में बिल्डिंग की छत पर पहुंचा देते हैं. मजदूरों ने स्कूटर के पिछले पहिए को निकालकर उसमें जुगाड़ वाली एक दूसरी व्हील फिट कर दी है. जिसमें रस्सी बंधी है. जैसे ही रस्सी में बोरी लोड होती है. बंदा स्कूटर का एक्सीलरेटर घुमाकर रस्सी को व्हील से लपेटते हुए बोरी को छत तक पहुंचा देता है. तो हुआ न स्मार्ट वर्क.
यहां देखिए मजदूरों के देसी जुगाड़ का वीडियो
कॉमेडियन और एक्टर सुनील ग्रोवर ने इस वीडियो को अपने इंस्टाग्राम अकाउंट से शेयर किया है, जिसे अब तक लगभग 90 हजार लोग लाइक कर चुके हैं. यह संख्या तेजी से बढ़ रही है. उन्होंने मजेदार कैप्शन देते हुए लिखा है, 'Bajaj को भी पता नहीं होगा कि उनके बनाए स्कूटर का ऐसे इस्तेमाल भी होगा!' मजदूर के स्मार्ट वर्क की नेटिजन्स जमकर तारीफ कर रहे हैं.
एक यूजर ने कमेंट करते हुए लिखा है, वे (मजदूर) कन्नड़ भाषा में कह रहे हैं कि इसमें बिजली की भी जरूरत नहीं होती. वहीं, दूसरे यूजर ने कमेंट करते हुए लिखा है, ये आइडिया हमारे भारत से बाहर नहीं जाना चाहिए. हालांकि, एक अन्य यूजर का कहना है कि जितना पेट्रोल ये स्कूटर पीता है, उतने में सारे मजदूर की दिहाड़ी निकल जाएगी. एक और यूजर ने लिखा है, 'पता चल जाए तो बजाज वाले इनसे अलग से पैसा ले लें कि आप मेरे स्कूटर का इस तरह से भी इस्तेमाल कर रहे हैं.' कुल मिलाकर मजदूरों का ये जुगाड़ लोगों को काफी पसंद आ रहा है.