बाइक में बनाया गिलहरी ने घोंसला, फिर शख्स ने किया ऐसा काम

आपने जानवरों से प्यार करने वाले लोगों को अपने पेट्स को परिवार के सदस्यों की तरह रखते देखा होगा

Update: 2021-07-22 10:54 GMT

आपने जानवरों से प्यार करने वाले लोगों को अपने पेट्स को परिवार के सदस्यों की तरह रखते देखा होगा. ऐसे लोग अपने मोबाइल और लैपटॉप की मेमोरी जानवरों की तस्वीरों और वीडियो से भरे रहते हैं. पर क्या आपने किसी को जानवरों की खातिर अपनी बाइक चलाना ही छोड़ते देखा है? जी हां, मदुरै (Madurai) के रहने वाले एक शख्स ने अपनी बाइक को सिर्फ इसलिए छोड़ दिया क्यूंकि उसमें गिलहरियों ने घर बना लिया था.

अनैयूर के कूडल नगर के रहने वाले मेरिल राज एक पशु चिकित्सा सहायक सर्जन (Veterinary Assistant Surgeon) हैं. मेरिल, इंसानियत की सच्ची मिसाल पेश करते हुए पिछले एक महीने से गिलहरियों को अपनी बाइक में रहने दे रहे हैं. उन्होंने अक्सर एक गिलहरी को अपनी बाइक के आस-पास घूमते देखा. जब एक दिन उन्होंने अपनी बाइक का बोनट खोला तो उन्हें बाइक के तार सही सलामत ना मिलने की उम्मीद थी. लेकिन वास्तव में उन्हें जो दिखा वो कुछ और ही था.
बाइक के बोनट में मिला घोंसला
मेरिल राज ने 'न्यू इंडियन एक्सप्रेस' को बताया, 'आसपास कई पेड़ होते हुए भी एक गिलहरी अक्सर मेरी बाइक पर आ जाया करती थी. पहले तो मुझे डर लगा कि कहीं उसने बाइक के तार न काट दिए हों. लेकिन जब मैंने बाइक का बोनट हटाकर देखा तो मुझे उसमें एक घोंसला मिला, जो गिलहरी ने अपने अजन्मे बच्चों के लिए बनाया था. मैं उन्हें परेशान नहीं करना चाहता था इसलिए मैंने बाइक वहीं छोड़ दी और दूसरी गाड़ियों का इस्तेमाल करने लगा.'


कुछ हफ़्तों बाद मेरिल राज को बाइक में बने घोंसले में तीन नन्ही गिलहरियां मिलीं. वह बताते हैं, 'उन्हें देखकर मैं समझ गया कि वे इस घोंसले में ज्यादा सुरक्षित महसूस करते हैं. इसलिए उन्होंने बाइक को गिलहरियों के लिए छोड़ने का फैसला किया जब तक कि तीनों बच्चे बड़े होकर घोंसले से खुद नहीं चले जाते. मेरिल राज कहते हैं, 'बाइक के टूटे तारों की मरम्मत में 5 हजार रुपये खर्च होंगे, लेकिन इनके लिए ये भी चलेगा.


Tags:    

Similar News

-->