पैसों और मुआवजा के लिए साजिश, शख्स ने ट्रेन की पटरी पर लेटकर अपने दोनों पैर कटवाए, लेकिन...
ऐसे हुआ खुलासा.
नई दिल्ली: एक शख्स ने बीमा (Insurance) के पैसों और मुआवजा के लिए ऐसी साजिश रची कि हर कोई हैरान रह गया. उसने ट्रेन की पटरी पर लेटकर अपने दोनों पैर गंवा दिए ताकि बीमा की रकम पा सके. शख्स ने एक दो नहीं बल्कि 14 बीमा पॉलिसी (Insurance Policies) ले रखी थी. लेकिन कई सालों बाद भी वह बीमा के 23 करोड़ रुपये नहीं हासिल कर सका. आइए जानते हैं क्यों...
'डेली स्टार' की रिपोर्ट के मुताबिक, ये मामला हंगरी के Nyircsaszari का है, जहां बीते दिनों डिस्ट्रिक्ट कोर्ट ने फैसला सुनाया कि सैंडर (Sandor Cs) नाम का शख्स £2.4 मिलियन (करीब 23 करोड़ 97 लाख रुपये) बीमा भुगतान और मुआवजा पाने के लिए जानबूझकर ट्रेन के आगे लेटा था.
2014 में हुई चौंकाने वाली इस घटना में 54 वर्षीय सैंडर ने अपने दोनों पैर खो दिए थे. वह तब से कृत्रिम अंगों का उपयोग कर रहा है और व्हीलचेयर के सहारे है. पैर गंवाने के बाद सैंडर ने बीमा कंपनियों से भुगतान के लिए संपर्क किया, लेकिन उसकी चाल पकड़ में आ गई.
ऐसे हुआ खुलासा
दरअसल, जिस दिन सैंडर ने अपने पैर खोए थे, उसके कुछ समय समय पहले उसने एक दो बल्कि 14 उच्च जोखिम वाली जीवन बीमा पॉलिसी (Life Insurance Policy) ली थी. इसकी खबर जब बीमा कंपनियों को हुई तो उन्हें शक हुआ. उन्होंने क्लेम देने में देरी की, जिससे नाराज होकर सैंडर ने कोर्ट का रुख किया. कोर्ट में सुनवाई के दौरान बीमा कंपनियों और सैंडर ने अपनी-अपनी बात रखी.
शख्स ने खुद को बताया बेगुनाह
सैंडर ने दावा किया कि उसने वित्तीय सलाह प्राप्त करने के बाद निर्णय लिया कि बचत खातों की तुलना में बीमा पॉलिसियों पर रिटर्न बेहतर है. इसलिए उसने पॉलिसी ली थी. सैंडर का कहना है कि वो कांच के टुकड़े पर फिसलकर अपना संतुलन खो बैठा था और ट्रेन की पटरी गिर गया था. इस हादसे में उसके दोनों पैर चले गए. हालांकि, सात साल तक चलने वाली एक जांच ने निष्कर्ष निकाला है कि वो जानबूझकर ट्रेन के आगे लेट गया था, जिससे उसके पैर कट गए.