दुर्लभ मछली को बीमार समझना शख़्स को पड़ा भारी, छोड़ दिया पानी में, कीमत है.लाखों

वक्त बुरा हो तो आप निर्णय भी गलत ही ले लेते हैं. एक शख्स ने भी ऐसा ही किया है

Update: 2022-07-17 16:22 GMT

वक्त बुरा हो तो आप निर्णय भी गलत ही ले लेते हैं. एक शख्स ने भी ऐसा ही किया है. उसने अपने हाथों से लाखों रुपए कमाने का चांस गंवा दिया. दरअसल, मछली पकड़ते वक्त काफी दुर्लभ मानी जाने वाली 'गोल्डन फिश' शख्स के हाथ लगी थी, लेकिन उसने अपनी बेवकूफी की वजह से उसे खो दिया. शख्स को लगा कि वो मछली बीमार है इसलिए उसने उसे वापस पानी में फेंक दिया. बाद में उसे पता चला कि जिस मछली को उसने बीमार समझकर छोड़ा है वह दरअसल एक दुर्लभ मछली है और उसकी कीमत लाखों में है.

अमेरिका का है पूरा मामला
यह पूरा मामला अमेरिका का बताया जा रहा है. रिपोर्ट्स के अनुसार, यहां के आरकंसा में रहने वाले जॉश रोजर नाम के शख्स को मछली पकड़ते समय एक दुर्लभ मछली हाथ लगी. वह यहां के बीवर झील में मछली पकड़ रहे थे, तभी उनके जाल में एक 'गोल्डन फिश' फंस गई. इसके रंग को देखने के बाद जॉश रोजर को लगा कि मछली बीमार है, इसलिए उसने मछली के साथ एक फोटो खींची और फिर उसे वापस पानी में छोड़ दिया.
दुर्लभ मछली को बीमार समझना पड़ा भारी
जॉश रोजर के हाथ से पैसा कमाने का बड़ा मौका चला गया, यह बात उन्हें तब पता चली जब उन्होंने मछली के साथ वाली फोटो सोशल मीडिया पर डाली. सोशल मीडिया पर डालने के बाद इस फोटो पर यूजर्स ने कॉमेंट करना शुरू किया. फोटो पर आए कॉमेंट्स से जॉश रोजर को पता चला कि जिस मछली को उन्होंने बीमार समझकर पानी में छोड़ दिया है वह एक कीमती मछली थी, उससे वह लाखों रुपए कमा सकते थे.
इस वजह से होता है मछली का रंग सुनहरा
बता दें कि 'गोल्डन फिश' काफी दुर्लभ होती है. इसे बास मछली कहा जाता है. इसका रंग सुनहरा होने की वजह से इसे 'गोल्डन फिश' भी कहा जाता है. इस मछली का रंग जैंकोक्रेमिज्म की वजह से बदल जाता है. यह एक तरह की जेनेटिक गड़बड़ी होती है, जिसकी वजह से उसका रंग बदलकर सुनहरा हो जाता है. यह कोई बीमारी नहीं है और सुरहरे रंग वाली मछली भी पूरी तरह स्वस्थ होती है. लेकिन ये बात जॉश रोजर को पता नहीं थी, जिसकी वजह से उनके हाथ से पैसा कमाने का इतना बड़ा मौका चला गया


Similar News

-->