CBI जांच से क्यों घबरा रहे हैं केजरीवाल

Update: 2022-07-22 17:45 GMT

नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के अंदर एक्साइज पॉलिसी को लेकर एलजी द्वारा सीबीआई को जांच रिकमेंड किए जाने के बाद पूरे मामले पर दिल्ली के अंदर घमासान शुरू हो गया है. बीजेपी पूरे मामले को लेकर दिल्ली सरकार को घेरने में लगी हुई है. केंद्रीय विदेश राज्यमंत्री मीनाक्षी लेखी जो दिल्ली से सांसद भी है उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से ना सिर्फ कुछ गंभीर सवाल पूछे बल्कि कई आरोप भी लगाए. इस बीच अब इस पूरे मामले पर दिल्ली बीजेपी के नेता और सांसद मनोज तिवारी ने पूरे मामले पर सामने आकर एलजी द्वारा लिए गए निर्णय का स्वागत किया है.मनोज तिवारी का कहना है कि सीबीआई जांच से निसंदेह कई सवालों के जवाब दिल्ली की जनता को मिलेंगे कि आखिर क्या बेचैनी थी मंदिर मस्जिद गुरुद्वारे और स्कूलों के पास शराब की दुकान खोल दी गई. कहीं शराब नीति के पीछे एक बड़ा घोटाला तो नहीं और घोटाले से हुई आमदनी से कहीं पंजाब का चुनाव तो नहीं लड़ा गया से कई सवालों के जवाब सीबीआई जांच के बाद साफ हो जाएंगे.

एक्साइज पॉलिसी पर मचे विवाद के पूरे मामले पर सांसद मनोज तिवारी ने आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि अभी सीबीआई की जांच शुरू भी नहीं हुई लेकिन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का उतावलापन सामने आ गया है. इसके चलते वह आरोप लगा रहे है कि बीजेपी मनीष सिसोदिया को जेल में डालना चाहती है. केजरीवाल को यह सपना आया या फिर सोची समझी साजिश के तहत उन्होंने ये सब कहा है जिस तरह कुमार विश्वास कपिल मिश्रा सहित उनके कई पुराने साथियों को उन्होंने अपने रास्ते से हटाने के लिए पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया, कहीं अगला नंबर केजरीवाल की लिस्ट में मनीष सिसोदिया का तो नहीं.
तिवारी ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अनर्गल बयानों की झड़ी लगा दी और भारत वासियों को महापुरुषों की औलाद संबोधित करके उनका वर्गीकरण किया यह तय करने का हक केजरीवाल को नहीं है क्योंकि अपने बच्चों की झूठी कसम खाने वाले केजरीवाल महात्मा गांधी के चित्र के नीचे बैठकर लोकपाल का झूठ बोलने का पाप पहले ही कर चुके हैं. केजरीवाल की बेचैनी में चोर की दाढ़ी में तिनका कहावत चरितार्थ होती है. फिलहाल, जांच होने दीजिए दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा.
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