नई दिल्ली । दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना ने जेल में बंद कथित ठग सुकेश चंद्रशेखर की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए मामले पर आगे विचार के लिए गृह मंत्रालय (एमएचए) को भेज दिया है।
सुकेश ने 8 जुलाई को उपराज्यपाल को संबोधित अपने पत्र में हुए आरोप लगाया था कि उसके वकील अनंत मलिक को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन का प्रतिनिधित्व करने वाले व्यक्तियों से धमकी भरे फोन कॉल आ रहे थे।
सुकेश ने आरोप लगाया था, "फोन करने वाले की पहचान दिनेश मुखिया के रूप में हुई है, जिसके बारे में बताया गया है कि उसने सुकेश को खाने में जहर देने की धमकी दी थी, जब वह मंडोली जेल में बंद था, जो आम आदमी पार्टी (आप) के शासन के अधीन है।"
शिकायत के अनुसार, ये धमकियां तब तक दी गईं, जब तक कि सुकेश ने केजरीवाल और जैन के खिलाफ अपने बयान वापस नहीं ले लिए। सुकेश ने एलजी से मंडोली जेल और दिल्ली से बाहर विशेष रूप से किसी ऐसी जेल में स्थानांतरण का अनुरोध किया जो आप के नियंत्रण में नहीं है।
एक अधिकारी ने कहा, “8 जुलाई को सुकेश के वकील द्वारा प्रस्तुत पत्र, सुकेश की हस्तलिखित शिकायत के साथ शुरुआत में एलजी सचिवालय द्वारा आगे की कार्रवाई के लिए दिल्ली गृह विभाग को भेजा गया था।”
अधिकारी ने कहा, "इसके बाद दिल्ली गृह विभाग ने इस मामले को भारत सरकार के गृह मंत्रालय को भेजने की सिफारिश की।"
सुकेश ने दिल्ली जेल नियम का हवाला दिया, जो कैदियों को विशेष आधार या कारणों पर उनके गृह राज्य या किसी अन्य राज्य में स्थानांतरित करने की अनुमति देता है। इसके अलावा, उन्होंने कहा कि गृह मंत्रालय ने हाल ही में हाई-प्रोफाइल कैदियों और विचाराधीन कैदियों को दिल्ली से बाहर स्थानांतरित करने का निर्णय लिया है।
सुकेश ने अपने पत्र में आप सरकार द्वारा प्रशासित दिल्ली की जेलों से किसी अन्य राज्य की जेल में स्थानांतरण की इच्छा जताई जो आप के अधिकार क्षेत्र में नहीं है। उन्होंने कहा कि यह अनुरोध उन व्यक्तियों के खिलाफ जांच पूरी होने तक किया गया था, जिनका उन्होंने पर्दाफाश किया था।
उम्मीद है कि गृह मंत्रालय शिकायत की समीक्षा करेगा और सुकेश द्वारा लगाए गए आरोपों के आलोक में अनुरोधित स्थानांतरण पर विचार करेगा।
अनंत मलिक ने दिल्ली पुलिस आयुक्त को एक शिकायत भी भेजी थी, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि 1 जुलाई को एक नंबर से कई कॉल आईं, जिसमें फोन करने वाले ने उन्हें धमकियां दीं और साथ ही उनसे केजरीवाल और जैन के खिलाफ दर्ज की गई सभी शिकायतों को वापस लेने के लिए सुकेश से बात करने के लिए कहा।
मलिक ने आरोप लगाया था, “कॉल करने वाले ने कहा कि अगर ऐसा नहीं किया गया, तो अधोहस्ताक्षरकर्ता और सुकेश दोनों को गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। फोन करने वाले ने यहां तक कहा कि अगर उसकी मांगें पूरी नहीं की गईं तो सुकेश को खाने में जहर देकर जेल में ही खत्म कर दिया जाएगा। जब नीचे हस्ताक्षरकर्ता ने कॉल पर दी जा रही धमकियों पर कोई ध्यान नहीं दिया, तो कॉल करने वाले ने उसे धमकी देना शुरू कर दिया और यहां तक कहा कि 'तेरे पे भी आएगी।''
शिकायत में कहा गया था, "फोन करने वाले (ट्रू कॉलर ऐप दिखा रहा है- दिनेश मुखिया) ने फोन पर खुद को पहचानने से इनकार कर दिया और अपमानजनक व्यवहार किया और मेरे मुवक्किल को जान से मारने की धमकी दी और साथ ही मुझे गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी।"