नोएडा (आईएएनएस)| नोएडा पुलिस ने बीते दिनों एक ऐसे गैंग को पकड़कर जीएसटी चोरी का खुलासा किया था। इसने करीब 3000 फेक कंपनियां बनाकर 10 हजार करोड़ से ज्यादा का जीएसटी फ्रॉड किया था। इस मामले में पुलिस ने 8 लोगों को गिरफ्तार किया था। इसी कड़ी में अब जांच एजेंसियां भी अपना काम कर रही है। गुरुवार को डायरेक्टर जनरल ऑफ जीएसटी इंटेलिजेंस ने दिल्ली से संजय धींगरा नाम के एक व्यापारी को गिरफ्तार किया। संजय धींगरा राजौरी गार्डन, दिल्ली का रहने वाला है और डेयरी बेस्ट ब्रांड के नाम से देसी घी की मैन्युफैक्च रिंग यूनिट मेवात और सहारनपुर में चलाता है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक ढींगरा से पूछताछ में पता चला है कि पकड़े गए गैंग ने करीब 3000 कंपनियां बनाई थी, इनमें से 1000 फेक कंपनियां पूरी तरीके से एक्टिव थी और उनसे की ईवे बिल बनाए जाते थे। इन कंपनियों की जांच पड़ताल की गई, तो करीब 700 करोड़ के टैक्स घपले के आंकड़े सामने आए हैं।
इस मामले में अब अलग से एक इंटेलिजेंस विंग तैनात की गई है, जो अलग-अलग राज्यों में इस तरीके के धोखाधड़ी करने वाले रैकेट को पकड़ने का काम करेगी। सूत्रों के मुताबिक खबर मिली है कि संजय के मेवात और सहारनपुर वाले ठिकानों पर डायरेक्टर जनरल ऑफ जीएसटी इंटेलिजेंस की गाजियाबाद की टीम जांच कर रही है और उन्हें करीब 63 करोड़ के जैसी फ्रॉड का पता चला है। संजय धींगरा इससे पहले जीएसटी फ्रॉड और बैंक फ्रॉड के मामले में जेल जा चुका है। फिलहाल शुरुआती जांच में यह पता चला है कि इस गैंग का काम फर्जी कागजात के जरिए फर्जी कंपनियों को बनाकर उनमें डमी डायरेक्टर बिठाकर और फिर उनसे जीएससी फ्रॉड करवाना होता है।
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