नेता राघव चड्ढा ने गठबंधन को लेकर कहा कि 'इंडिया' की एकता को बीजेपी तोड़ना चाहती है
आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) ने गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) के हालिया भाषण की कड़ी आलोचना की है. 'आप' की तरफ से कहा गया है कि इससे अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) और 'आप' के प्रति भारतीय जनता पार्टी (BJP) की गहरी दुश्मनी का पता चलता है. 'आप' के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा (Raghav Chadha) ने गृहमंत्री के शब्दों के चयन की निंदा की है. राघव ने कहा कि अमित शाह के भाषण ने अनजाने में 2015 से 'आप' द्वारा दिए गए प्रभावी शासन को रेखांकित किया. उन्होंने तर्क दिया कि दिल्ली सेवा विधेयक की शुरुआत 2015 के चुनावों में उनकी शानदार जीत के बाद 'आप' के बढ़ते प्रभाव को रोकने के लिए बीजेपी द्वारा एक रणनीतिक चाल थी.
बीजेपी पर कसा तंज
राघव चड्ढा ने बीजेपी द्वारा पं. जवाहरलाल नेहरू, डॉ. भीमराव आम्बेडकर और सरदार वल्लभभाई पटेल जैसी शख्सियतों को अचानक अपनाने पर आश्चर्य व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि ये ऐले लोग हैं जिनकी बीजेपी ने अतीत में अक्सर आलोचना की है. चड्ढा ने तंज कसते हुए कहा कि इन दिग्गजों का जिक्र करते समय बीजेपी को लालकृष्ण आडवाणी जैसे दिग्गजों के विचार पर ध्यान देना चाहिए. आडवाणी और अटल बिहारी वाजपेयी ने दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाने का समर्थन किया था.
'हर मोर्चे पर फेल हुई बीजेपी'
'आप' नेता ने गठबंधन को लेकर कहा कि 'इंडिया' की एकता को बीजेपी तोड़ना चाहती है. उन्होंने आगामी 2024 के चुनाव को पूरी ताकत और दृढ़ संकल्प के साथ लड़ने की प्रतिबद्धता भी दोहराई. राघव ने 2024 के चुनावों में जीत हासिल करने के बीजेपी के आत्मविश्वास पर भी कटाक्ष किया और इसे अधूरे वादों के लिए जवाबदेही से बचने का परोक्ष प्रयास बताया. उन्होंने रोजगार सृजन, आर्थिक विकास और सामाजिक कल्याण जैसे मुद्दों पर बढ़ते सार्वजनिक असंतोष पर प्रकाश डालते हुए कहा कि बीजेपी सरकार हर मोर्चे पर फेल हो गई है.
मतदाताओं से की ये अपील
राष्ट्रीय एकता और सांप्रदायिक सद्भाव के संदर्भ में राघव चड्ढा ने हरियाणा और मणिपुर जैसे राज्यों में सांप्रदायिक तनाव को बढ़ाने में पार्टी की भूमिका के लिए बीजेपी की आलोचना की. उन्होंने मतदाताओं से देश के अच्छे भविष्य के लिए बीजेपी की राजनीति को खारिज करने का आग्रह किया. राघव ने हाल ही में 'आप' सांसदों को संसद से निलंबित किए जाने पर दुख जताया और इन कार्रवाइयों के पीछे बीजेपी की मंशा पर तीखे सवाल उठाए. उन्होंने अपने खिलाफ शुरू किए गए विशेषाधिकार प्रस्ताव पर अटल बिहारी वाजपेयी, इंदिरा गांधी और डॉ. मनमोहन सिंह जैसे सम्मानित नेताओं के खिलाफ की गई कार्रवाई के बीच समानता बताई और कहा कि इस सूची में शामिल होना गर्व की बात है.
आम आदमी पार्टी के निशाने पर BJP
'आप' नेता ने BJP पर कसा तंज.
'इंडिया' की एकता को तोड़ना चाहती है BJP.