नई दिल्ली (आईएएनएस)| महिलाओं के एक व्यापारिक संगठन के लिए काम करने वाली एक कानूनी सलाहकार ने जेडब्ल्यू मैरियट होटल (एरोसिटी) के कर्मचारियों पर उसे बंधक बनाने का आरोप लगाया है, क्योंकि उसने खराब सेवाओं की शिकायत की थी और बिल निपटाने के लिए और समय मांगा था। 55 वर्षीय महिला ने यह भी दावा किया कि उसे घंटों तक बंदी बनाकर रखा गया और कर्मचारियों द्वारा परेशान किया गया।
घटना पिछले साल 26 दिसंबर को 'महिला आर्थिक मंच' के एक कार्यक्रम के दौरान की बताई जा रही है। मामले में11 अप्रैल को इंदिरा गांधी इंटरनेशनल (आईजीआई) एयरपोर्ट पुलिस स्टेशन में एक प्राथमिकी दर्ज की गई थी।
आईएएनएस के पास उपलब्ध प्राथमिकी के अनुसार संगठन और होटल के बीच 26 दिसंबर को हुए एक कार्यक्रम के भुगतान को लेकर गतिरोध था।
संगठन ने होटल में 94 कमरे और हॉल आरक्षित किए थे और कार्यक्रम के लिए अग्रिम रूप से 55 लाख रुपये का भुगतान किया था। इसमें देश-विदेश से लोगों ने भाग लिया था। 31 दिसंबर को कार्यक्रम समाप्त होने के बाद आयोजकों ने होटल द्वारा प्रदान की गई भोजन की गुणवत्ता से असंतुष्टि जाहिर करते हुए शिकायत दर्ज कराई।
संगठन ने 31 दिसंबर को 25 लाख रुपये का और भुगतान किया और होटल को सूचित किया कि शेष राशि का भुगतान 1 जनवरी को सभी बिलों की समीक्षा करने और अग्रिम भुगतान को समायोजित करने के बाद किया जाएगा।
महिला ने कहा कि उसके संगठन ने बिलों में कुछ विसंगतियां पाईं और बिलों की समीक्षा के लिए अतिरिक्त समय मांगा। उन्होंने कहा कि उनके संगठन ने पहले ही 80 प्रतिशत बिल का भुगतान कर दिया है, लेकिन उन्हें शेष भुगतान करने के लिए और समय चाहिए।
उन्होंने आरोप लगाया कि जब उन्होंने बिलों की समीक्षा करने के लिए समय देने का अनुरोध किया तो उन्हें होटल छोड़ने से रोक दिया और कर्मचारियों ने उसे और अन्य आयोजकों को बंदी बना लिया।
उसके बयान के अनुसार, उसे होटल के कर्मचारियों द्वारा तभी छोड़ा गया जब उसने दिल्ली पुलिस के हेल्पलाइन नंबर (1091) पर संपर्क किया, इसके बाद एक सब-इंस्पेक्टर को होटल भेजा गया।
महिला ने दावा किया कि उसे रात 12:10 बजे तक होटल से बाहर जाने की अनुमति नहीं थी और उसे कई घंटों तक हिरासत में रखा गया। उसने कहा कि हिरासत में रखने के दौरान होटल के कर्मचारियों ने उसका उत्पीड़न किया।
आरोप लगाया कि होटल के एक शेफ ने उसे अनुचित तरीके से छूने का प्रयास किया।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि वे मामले की जांच कर रहे हैं
--आईएएनएस