मुफ्त राशन के बदले गरीबों से तिरंगे के नाम पर 20 रुपये की वसूली करना बेहद शर्मनाक: राहुल गांधी
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दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को आरोप लगाया कि गरीबों को राशन देने के बदले तिरंगे के नाम 20 रुपये की जबरन वसूली की जा रही है जो राष्ट्रीय ध्वज और गरीबों के आत्मसम्मान पर भाजपा सरकार का प्रहार है। उन्होंने एक वीडियो साझा करते हुए फेसबुक पोस्ट में कहा, ''तिरंगा हमारा अभिमान है, ये हर दिल में बसता है। राष्ट्रवाद कभी बेचा नहीं जा सकता, ये बहुत ही शर्मनाक है कि राशन देने के बदले गरीबों से तिरंगे के नाम पर जबरन 20 रुपये की वसूली की जा रही है।''
राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार तिरंगे के साथ-साथ हमारे देश के गरीबों के आत्मसम्मान पर भी प्रहार कर रही है। उन्होंने जो वीडियो साझा किया उसमें कुछ राशनकार्ड धारकों को यह शिकायत करते हुए देखा जा सकता है कि उन्हें 20 रुपये में तिरंगा खरीदने को मजबूर किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ''हर घर तिरंगा'' अभियान के तहत देशवासियों से अपने घरों में 13 अगस्त से 15 अगस्त के बीच तिरंगा लगाने का आग्रह किया है।
राहुल गांधी ने एक अन्य फेसबुक पोस्ट में आरोप लगाया कि देश में उज्ज्वला योजना के नाम पर जनता से धोखा किया गया है। उन्होंने कहा, ''बड़े-बड़े पोस्टर, टीवी-रेडियो-अख़बार में विज्ञापन और भव्य उद्घाटन के माध्यम से 10 अगस्त 2021 को प्रधानमंत्री द्वारा उज्ज्वला 2.0 का लॉन्च किया गया था। उज्ज्वला योजना की असलियत यह है कि 4.13 करोड़ लाभार्थियों ने एक बार भी सिलेंडर नहीं भराया।''
कांग्रेस नेता ने दावा किया, ''महंगाई और बेरोज़गारी ने आम जनता का जीवन इतना कठिन बना दिया है कि लोग जैसे-तैसे गुज़र-बसर करने पर मजबूर हैं। प्रधानमंत्री के पास उनके द्वारा पैदा की गई इन समस्याओं का कोई समाधान नहीं है, ऊपर से अगर हम उनसे सवाल पूछ लें तो वो नाराज़ हो जाते हैं।'' उन्होंने कहा, ''प्रधानमंत्री चाहे सवालों से जितना भी भागें, इस बात पर गंभीरता से विचार करना पड़ेगा कि जनता तकलीफ में है और प्रधानमंत्री अपनी दुनिया में लीन हैं, ये बेहद चिंताजनक बात है।''