सीपीआईएम ने होली से ठीक पहले रसोई गैस के दाम में बढ़ोत्तरी को रोलबैक करने की मांग की
नई दिल्ली, (आईएएनएस)| मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआईएम) ने केंद्र की मोदी सरकार से एलपीजी सिलेंडर के दाम में वृद्धि को रोलबैक करने की मांग की है।
सीपीआईएम पोलित ब्यूरो ने मंगलवार को घरेलू एलपीजी सिलेंडर की कीमत में एक बार फिर से 10 रुपये की बढ़ोतरी की कड़ी निंदा की है। पार्टी ने कहा कि घरेलू गैस के दाम में एक मार्च से 50 रुपए बढ़ने से यह वृद्धि लोगों पर होली के त्योहार के मौके पर और अधिक बोझ डालेगी। जबकि सभी खाद्य और आवश्यक वस्तुओं की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं।
सीपीआई (एम) के अनुसार इस वृद्धि के साथ, अधिकतर लोग सब्सिडी वाले रसोई गैस सिलेंडर का उपयोग करना ही छोड़ देंगे क्योंकि वे इसे वहन नहीं कर सकते। पार्टी ने दावा किया कि उज्जवला योजना के तहत पहले से ही 10 प्रतिशत से अधिक लोगों ने पिछले वर्ष के दौरान कोई रिफिल सिलेंडर नहीं लिया है। जबकि करीब 12 फीसदी ने सिर्फ एक रिफिल लिया। कुल 56.5 प्रतिशत ने 7 से ज्यादा सिलेंडरों के न्यूनतम आवश्यक वार्षिक औसत और प्रति वर्ष 12 सिलेंडरों की पात्रता के मुकाबले केवल 4 या उससे कम रिफिल लिए।
पार्टी ने कहा कि इस साल दूसरी बार कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में बढ़ोतरी की गई है। इस बढ़ोतरी से दिल्ली में एक सिलेंडर 350.50 रुपये महंगा होगा। इससे सभी प्रसंस्कृत खाद्य उत्पादों की लागत में वृद्धि होना तय है, जिससे कीमतों में और वृद्धि होगी।
पार्टी ने कहा कि इस बढ़ोतरी का कठोर फैसला, देश में बेरोजगारी, गरीबी और महंगाई के बढ़ते स्तर की पृष्ठभूमि में आई है। इसलिए पोलित ब्यूरो इन बढ़ोतरी को तुरंत वापस लेने की मांग करता है।
गौरतलब है कि गैस वितरण कंपनियों ने रसोई गैस की कीमतों में बड़ा इजाफा करते हुए 14.2 किलोग्राम वाले घरेलू एलपीजी सिलेंडर के दाम 50 रुपये बढ़ा दिए हैं। वहीं, 19 किलोग्राम वाले कमर्शियल सिलेंडर के दाम में 350.50 रुपये का इजाफा किया है और दिल्ली में 19 किलोग्राम वाला कमर्शियल सिलेंडर अब 2119.50 रुपये का मिलेगा। जबकि घरेलू एलपीजी सिलेंडर 1103 रुपये का हो गया। इससे पहले जनवरी में भी रसोई गैस के दामों में बढ़ोत्तरी की गई थी।
--आईएएनएस