शीतलहर का कहर, नॉन विजिबिलिटी के कारण सड़क और रेल यातायात प्रभावित

Update: 2022-12-26 08:56 GMT
नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी के कुछ हिस्सों में सोमवार को शीतलहर चली और घने कोहरे के कारण शहर के कुछ इलाकों में दृश्यता घटकर 50 मीटर पर पहुंच गई, जिससे सड़क और रेल यातायात प्रभावित हुआ। रेलवे के एक प्रवक्ता ने बताया कि 10 ट्रेनें डेढ़ घंटे से साढ़े चार घंटे की देरी से चल रही हैं। मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, सफदरजंग वेधशाला में न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री कम पांच डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अधिकतम तापमान के 19 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है। दिल्ली में रविवार को एक 'ठंडा दिन' दर्ज किया गया।
विभाग के अनुसार, एक 'ठंडा दिन' तब माना जाता है जब न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस या उससे कम रहे और अधिकतम तापमान सामान्य से कम से कम 4.5 डिग्री सेल्सियस कम दर्ज किया जाए। सफदरजंग वेधशाला में रविवार को अधिकतम तापमान सामान्य से पांच डिग्री कम 16.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यह इस मौसम का अभी तक का सबसे कम तापमान था। रिज क्षेत्र में तापमान सामान्य से 4.9 डिग्री कम, तीन डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जिससे यह राष्ट्रीय राजधानी का सबसे ठंडा इलाका रहा। रिज और आयानगर मौसम केंद्रों में सोमवार को न्यूनतम तापमान क्रमश: चार डिग्री सेल्सियस और 4.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र, हरियाणा, पंजाब, पश्चिम उत्तर प्रदेश और उत्तरी राजस्थान के कुछ हिस्सों में सोमवार को घने से बहुत घना कोहरा छाया रहा। पंजाब के बठिंडा और राजस्थान के बीकानेर में दृश्यता शून्य रही, जबकि अंबाला, हिसार, अमृतसर, पटियाला, गंगानगर, चूरू और बरेली में दृश्यता घटकर 50 मीटर और उससे नीचे पहुंच गई। मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, इन क्षेत्रों में अगले कुछ दिनों तक कोहरा छाया रहेगा। आईएमडी के अनुसार, दृश्यता शून्य से 50 मीटर के बीच रहने पर 'बेहद घना कोहरा', 51 मीटर से 200 मीटर के बीच 'घना कोहरा', 201 मीटर से 500 मीटर के बीच 'मध्यम कोहरा' और 501 से 1,000 मीटर के बीच रहने पर 'हल्का कोहरा' माना जाता है। आईएमडी के अनुसार, न्यूनतम तापमान चार डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने पर शीत लहर की घोषणा की जाती है। शीतलहर की घोषणा तब भी की जाती है जब न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस या उससे कम हो और सामान्य से 4.5 डिग्री कम हो। न्यूनतम तापमान के दो डिग्री सेल्सियस रहने या सामान्य से 6.4 डिग्री सेल्सियस से अधिक रहने पर ''भीषण'' शीतलहर की घोषणा की जाती है।

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