नई दिल्ली: आजादी के अमृत महोत्सव पर दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने देश की स्वतन्त्रता के लिए संघर्ष करने वाले स्वतंत्रता सेनानियों को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी. साथ ही इन गुमनाम/ विस्मृत नायकों के नाम पर 16 डीडीए पार्क समर्पित किए. ये दिल्ली के प्रतिष्ठित पार्क हैं और राष्ट्रीय राजधानी के विस्तार में फैले हुए हैं. स्वतंत्रता संग्राम के गुमनाम नायकों के नाम पर पार्कों का नाम रखने का विचार वर्तमान और आने वाली पीढ़ियों को उन महान लोगों के योगदान के बारे में अधिक जागरूक करना है, जिन्होंने हमें एक स्वतंत्र राष्ट्र का उत्तराधिकारी बनाने के लिए अपने जीवन का बलिदान दिया.
इस दौरान उपराज्यपाल ने कहा कि यह कदम भारत माता के इन महान पुत्रों और पुत्रियों को एक छोटी सी श्रद्धांजलि देने के अलावा ऐतिहासिक गाथा में उनके नाम को उकेरने का एक प्रयास हैं. इस मौके पर सांसद मनोज तिवारी, सांसद रमेश बिधूड़ी, सांसद गौतम गंभीर, डीडीए उपाध्यक्ष मनीष कुमार गुप्ता और प्राधिकरण सदस्य विजेंदर गुप्ता उपस्थित थे.
जिन पार्कों का नामकरण स्वतंत्रता सेनानियों के नाम पर किया गया है, उनका विवरण इस प्रकार है...
जिला पार्क, आर-ब्लॉक, ग्रेटर कैलाश -1 का नामकरण आसफ अली पार्क.
जिला पार्क, सेक्टर-बी, वसंत कुंज का नामकरण अवध बिहारी पार्क.
सेक्टर-सी, वसंत कुंज में पार्क का नामकरण मास्टर अमीर चंद पार्क.
जसोला में जिला पार्क का नामकरण लाला हरदयाल पार्क.
जिला पार्क, लोक विहार, पीतमपुरा का नामकरण कर्नल गुरबख्श सिंह ढिल्लन पार्क.
जिला पार्क, संदेश विहार, पीतमपुरा का नामकरण जनरल शाह नवाज खान पार्क.
जिला पार्क, विकास पुरी का नामकरण गोबिंद बिहारी लाल पार्क.
जिला पार्क, जनकपुरी का नामकरण सत्यवती पार्क.
पार्क और नर्सरी, सेक्टर 11, रोहिणी का नामकरण कर्नल प्रेम सहगल पार्क.
जिला पार्क, पार्ट-1, सेक्टर-29, रोहिणी का नामकरण बसंत कुमार बिस्वास पार्क.
हरित क्षेत्र, सेक्टर-29, रोहिणी का नामकरण भाई बालमुकुंद पार्क.
जिला पार्क, मायापुरी, फेज II का नामकरण डॉ. सुशीला नैयर पार्क.
हरित क्षेत्र, सेक्टर 28, पार्ट I, रोहिणी का नामकरण हाकिम अजमल खान पार्क.
पार्क एंड प्ले एरिया, सेक्टर बी-4 नरेला का नामकरण बृज कृष्णा चांदीवाला.
जिला पार्क, सेक्टर-11, द्वारका का नामकरण स्वामी श्रद्धानंद पार्क.
पार्क न. 27, सेक्टर 11, द्वारका का नामकरण दीनबंधु सी.एफ. एंड्रयूज पार्क.
बता दें, आजादी का अमृत महोत्सव आजादी के 75 साल का उत्सव मनाने और भारत के लोगों, संस्कृति और उपलब्धियों के गौरवशाली इतिहास का गुणगान करने के लिए भारत सरकार की एक पहल है.