किसान की बेटी ने पास की जज की परीक्षा, सफलता की कहानी पढ़िए

सरगुजा। छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग की ओर से शुक्रवार को सिविल जज परीक्षा 2022 के परिणाम घोषित किए गए हैं. इस परीक्षा में सरगुजा की बेटियों ने परचम लहराया है. परीक्षा में अम्बिकापुर की हिमांशी सराफ ने काफी संघर्षों के बाद सफलता हासिल की है. हिमांशी ने प्रदेश में छठवां स्थान हासिल किया है. इसके …

Update: 2024-01-12 21:57 GMT

सरगुजा। छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग की ओर से शुक्रवार को सिविल जज परीक्षा 2022 के परिणाम घोषित किए गए हैं. इस परीक्षा में सरगुजा की बेटियों ने परचम लहराया है. परीक्षा में अम्बिकापुर की हिमांशी सराफ ने काफी संघर्षों के बाद सफलता हासिल की है. हिमांशी ने प्रदेश में छठवां स्थान हासिल किया है. इसके साथ ही सीतापुर क्षेत्र में रहने वाली पुनीत समीक्षा खलखो और सूरजपुर के रामानुजनगर में रहने वाली आकांक्षा सिंह नेताम ने भी सिविल जज की परीक्षा में सफलता हासिल की है. एक साथ तीन बेटियों की सफलता से परिवार में हर्ष का माहौल है.

सिविल जज की परीक्षा में सूरजपुर के रामानुजनगर के दूरस्थ क्षेत्र आमगांव की आकांक्षा सिंह नेताम ने भी सफलता हासिल की है. आकांक्षा के पिता हरिनंदन सिंह पेशे से किसान हैं. जबकि मां तारा सिंह शिक्षक हैं. आकांक्षा ने अपनी 12वीं तक की पढ़ाई सरस्वती शिशु मंदिर सूरजपुर से की है. जबकि उन्होंने होलीक्रॉस अंबिकापुर से बीएससी से ग्रेजुएशन हासिल किया. इस बीच पिता ने जज बनने के लिए प्रेरित किया. पिता के सहयोग के बाद आकांक्षा ने पीजी कॉलेज से एलएलबी की पढ़ाई की. इसके बाद सिविल जज की परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी. आकांक्षा ने कहा कि, "सिविल जज के लिए प्री की परीक्षा अपने दम पर पास की. उसके बाद मेंस के लिए कोचिंग का सहारा लिया. कोचिंग के साथ ही कड़ी मेहनत के बाद आकांक्षा ने सफलता हासिल की."

बता दें कि शुक्रवार को आए परिणाम में अकांक्षा को 38वां रैंक मिला है. ग्रामीण परिवेश में रहने के बाद भी आकांक्षा सिंह नेताम के जज बनने से परिवार के सहित पूरे क्षेत्र में खुशी का माहौल है. यानी कि इस बार सरगुजा की बेटियों ने बाजी मारी है.

Similar News

-->