युवाओं ने लिया स्व-रोजगार स्थापना का संकल्प

Update: 2023-06-09 02:34 GMT
कोण्डागांव: छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी योजनांतर्गत बेरोजगार युवक-युवतियों को आर्थिक सहायता प्रदान कर अपने भविष्य निर्माण के लिए सक्षम बनाने के उद्देश्य से युवा बेरोजगारों को बेरोजगारी भत्ता प्रदान करने के साथ उन्हें सक्षम बनाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा ऐसे युवाओं को निःशुल्क प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। जिसके तहत बेरोजगारी भत्ता प्राप्त करने वाले जिले के 2935 युवाओं में से 55 को रोजगारमूलक कलाओं का प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
जिसमें से जिला मुख्यालय से 30 किलोमीटर दूर ग्राम सिंगारपुरी में रहने वाली जयबत्ती मरकाम को भी छत्तीसगढ़ सरकार की बेरोजगारी भत्ता प्रदाय योजना से बेरोजगारी भत्ता प्राप्त हुआ है। इस संबंध में जयबत्ती ने बताया कि वे बीएससी फाइनल ईयर की छात्रा हैं और अपने अंतिम परीक्षा के परिणामों का इंतजार कर रही हैं। माता-पिता के अभाव में जयबत्ती के घर की आर्थिक स्थिति भी ठीक नहीं है और उन्हें अपने छोटे भाई बहनों की जिम्मेदारी भी उठानी पड़ती है।
ऐसे में राज्य शासन के द्वारा बनायी गयी बेरोजगारी भत्ता योजना के लिए पात्र होने पर जयबत्ती को नई उम्मीद मिली। जिस पर उन्होने बेरोजगारी भत्ता के साथ आजीविकामूलक गतिविधियों को सिखने में भी रूचि दिखायी। जिस पर उनकी रुचि अनुसार अधिकारियों द्वारा उन्हें सिलाई कढ़ाई के प्रशिक्षण हेतु आयोजित हो रहे लाइवलीहुड कॉलेज के प्रशिक्षण कार्यक्रम मंे शामिल किया गया। जयबत्ती प्रशिक्षण के लिए हर रोज अपने गांव से 30 किलोमीटर बस से सफर करके प्रशिक्षण के लिए आती है क्योंकि उन्हें घर का भी कामकाज भी देखना होता है जयबत्ती कहती हैं कि मैं सरकार के बेरोजगारी भत्ता योजना से बहुत खुश हूं क्योंकि मुझे हर महीने 2500 रुपये मिल रहे हैं और मेरे रुचि अनुसार मुझे सिलाई कढ़ाई का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। वे कहती है कि मैं सिलाई कढ़ाई की प्रशिक्षण लेकर आने वाले समय में खुद से ही सिलाई कढ़ाई की दुकान खोलूंगी।
जयबत्ती की ही तरह मनाय मरकाम भी जयबत्ती के साथ सिलाई कढ़ाई की प्रशिक्षण ले रही है। मनाय कहती है कि मुझे सरकार के बेरोजगारी भत्ता योजना से काफी लाभ हो रहा है मैं इस राशि का उपयोग घरेलू जरूरत के लिए करने के साथ ही यहाँ पर प्रशिक्षण प्राप्त कर रही हूं।
लॉइवलीवुड कॉलेज से ऑटोमोबाइल का प्रशिक्षण ले रहे जैतपुरी के अशोक कुमार नेताम ने बताया कि मेरे घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है ऐसे में छत्तीसगढ़ सरकार ने बेरोजगारी भत्ता जैसी योजना को लाकर शासन ने हम जैसे युवाओं के लिए एक नया रास्ता खोल दिया है। अशोक कहते हैं कि मुझे बेरोजगारी भत्ता योजना की दूसरा किस्त भी मिल गयी है और जब से मुझे बेरोजगारी भत्ता मिलना चालू हुआ है तब से मुझे अपनी पढ़ाई के लिए होने वाले खर्चों के लिए दूसरों पर निर्भर नहीं रहना पड़ता है। घर से कॉलेज आने के खर्च के साथ-साथ अपने पढ़ाई का खर्च भी बेरोजगारी भत्ता योजना से पूरा हो जाता है। इन युवाओं द्वारा प्रशिक्षण के उपरांत शासन की योजनाओं से लाभान्वित होकर स्वरोजगार स्थापित कर आत्मनिर्भर बनने का भी संकल्प लिया गया है।
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