1008 क्विंटल वर्मी खाद का बिक्री कर 3 लाख 23 हजार 141 रुपए की अर्जित की शुद्ध लाभ
बालोद: छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी गोधन न्याय योजना ग्रामीणों एवं महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में अत्यंत महत्वपूर्ण योजना साबित हो रही है। धरातल पर इस योजना का सफल क्रियान्वयन होने से यह योजना हर दृष्टि से उपयोगी एवं लाभकारी साबित हो रहा है। इस योजना के अंतर्गत बालोद जिले के गुण्डरदेही विकासखण्ड के पिरीद गोठान में जागृति महिला स्वसहायता समूह द्वारा गोबर खरीदी एवं वर्मी कम्पोस्ट निर्माण कर उनके बिक्री से होने वाले लाभ के फलस्वरूप अल्प समय में ही स्वसहायता समूह की महिलाएं आर्थिक रूप से सशक्त एवं आत्मनिर्भर बन रही हैं।
उल्लेखनीय है कि राज्य में पिरीद गोठान में वर्मी कम्पोस्ट का निर्माण कार्य जागृति महिला स्वसहायता समूह के द्वारा किया जा रहा है। इसके अंतर्गत पिरीद गोठान में 08 वर्मी टांका निर्मित किया गया है, किन्तु गोबर के आवक एवं उपलब्धता को ध्यान में रखते हुए पारंपरिक तरीके से जमीन में गढ्ढे खोदकर जरूरी व्यवस्था के साथ वर्मी निर्माण कार्य संचालित किया जा रहा है, जो वास्तव में काबिले-तारीफ है। समूह की महिलाओं द्वारा वर्मी टांका में गोबर भर कर तैयार वर्मी खाद की छनाई करके गुणवत्तायुक्त पैकेजिंग की जा रही है। जिससे अब तक 2048 क्विंटल गोबर खरीदने के बाद 1008 क्विंटल वर्मी खाद निर्माण करने के पश्चात 09 लाख 88 हजार 200 रुपए का वर्मी खाद की बिक्री कर 03 लाख 23 हजार 141 रुपये की शुद्ध आमदनी हुई है। इस प्रकार समूह की महिलाएं वर्मी कम्पोस्ट के निर्माण कर अपने आय के स्त्रोत को बढ़ाने में सक्षम हो रही हंै। इससे उनकी आर्थिक स्थिति सुदृढ़ होने के कारण अपने घर परिवार वालों को भी आर्थिक रूप से मदद कर खुशहाल जीवन व्यतीत कर रहे। इसके साथ ही पिरीद गोठान में खाद का रूपांतरण 44 प्रतिशत् है जो बालोद जिले में सबसे अग्रणी है। समूह की महिलाओं ने इस महत्वाकांक्षी योजना के माध्यम से महिला स्वसहायता समूह को आत्मनिर्भर बनाने के लिए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल एवं छत्तीसगढ़ सरकार के प्रति विनम्र आभार व्यक्त करते हुए उन्हें हृदय से धन्यवाद दिया है।