सुकमा: राज्य स्तर पर 'कायाकल्प' में ढेरों उपलब्धियां हासिल करने के साथ ही जिला अस्पताल सुकमा स्वास्थ्य के क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी पहचान बनाने लगा है। शासन-प्रशासन और अस्पताल प्रबंधक के सहयोग से जिला अस्पताल को भारत सरकार द्वारा चिन्हांकित साफ-सफाई के अलावा गुणवत्तायुक्त चिकित्सा सेवाएं मुहैया कराने में तत्पर रहने वाले चुनिंदा अस्पतालों की श्रेणी का दर्जा मिला है।
सुकमा जिला का यह पहला अस्पताल है जो लेबर रूम क्वालिटी इम्प्रूवमेंट इनिशिएटिव (LaQshya) प्रमाणन अस्पताल बना है। नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड (NQAS) प्रमाण पत्र मिलने के बाद जिला अस्पताल की सुविधाओं में वृद्धि होगी। उल्लेखनीय है कि आमजन को प्रदान की जा रही मानक चिकित्सा सेवाओं और व्यवस्थाओं को परखने के लिए दिल्ली की टीम जिला अस्पताल पहुंची थी।
कलेक्टर श्री हरिस एस. ने जिला अस्पताल को मानक चिकित्सा सेवाएं प्रदान करने वाले चुनिंदा अस्पतालों की श्रेणी में जगह मिलने पर जिले वासियों के साथ साथ सिविल सर्जन डॉ. अभय प्रताप सिंह तोमर, अस्पताल प्रबंधक श्री गिरीश कश्यप समेत अस्पताल के सभी अधिकारी और स्वास्थ्य कर्मियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि आमजन को प्रदान की जा रही स्वास्थ्य सेवाओं में गुणवत्ता बनाये रखें। इसके साथ ही ग्रामीण अंचलों के अस्पतालों को विकसित करके जिला अस्पताल की तर्ज पर ग्रामीणों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराई जाएगी।
जिला अस्पताल के इन विभागों को मिला प्रमाण पत्र
भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जिला अस्पताल की सुविधा जिनमें एक्सीडेंट एंड इमरजेंसी, ब्लड बैंक, ओपीडी, एसएनसीयू, ओटी, लेबोरेटरी, फार्मेसी एंड सामान्य प्रशासन को एनक्यूएएस प्रमाण पत्र के साथ ही लेबर रूम और मातृत्व ऑपरेशन थिएटर को लक्ष्य का प्रमाण पत्र मिला।