धमतरी: नेत्रदान, देहदान सहित रक्तदान को भी महत्वपूर्ण बताया गया है। रक्तदान कर दूसरों को जीवनदान तो देते ही हैं, अन्य लोग भी आपसे प्रेरणा लेकर लोगों की मदद कर सकते हैं। विश्व रक्तदान दिवस के अवसर पर आज जिला अस्पताल एवं अन्य चिकित्सालयों व विभिन्न स्थानों में रक्तदान शिविर आयोजित किए गए। समाजसेवियों, विभिन्न समुदाय के लोगों एवं युवाओं ने रक्तदान शिविर में उपस्थित होकर स्वस्फृर्त रक्तदान किया। ऐसे ही रक्तदाताओं में एक कहानी है धमतरी के नगर निगम में सफाई कर्मचारी के रूप में काम करने वाले युवक अमित सोना की, जिसने वर्ष 2016 से एक-दो या तीन बार नहीं बल्कि पूरे 25 बार लगातार रक्तदान कर प्रसव, दुर्घटना, रक्त की कमी व अन्य बीमारी से ग्रसित लोगों को एक नया जीवन प्रदान किया है।
श्री अमित बताते है कि वे जीवन में ऐसा कुछ करना चाहते थे, जो कि समाज के अन्य लोगों के लिए लाभदायक हो। ऐसी ही लोगों को अपने परिजनों व रिश्तेदारों के लिए रक्त की तलाश करते देख उनके मन में विचार आया कि वे भी रक्तदान करें और किसी जरूरतमंद के लिए सहारा बने। अमित ने बताया कि उनके शरीर में होमोग्लोबिन की मात्रा 18 ग्राम है, चिकित्सकों की सलाह अनुसार वे रक्तदान करने के लिए पूरी तरह स्वस्थ है। विश्व रक्तदान दिवस के अवसर पर आज वे जिला अस्पताल में आयोजित रक्तदान शिविर में रक्तदान करने आये हैं। अमित बताते है कि 5 भाईयों में वे सबसे बड़े भाई है, उन्हें देखकर उनके छोटे भाई भी जरूरतमंद लोगों को समय-समय पर रक्तदान करते हैं व अन्य लोगों को भी रक्तदान के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं।
चिकित्सकों ने रक्तदान के फायदें बताते हुए कहा कि रक्तदान करने से दिल की सेहत के लिए अच्छा होता है, कई बीमारियों की जांच हो जाती है, आयरन ओवरलोड से होगा बचाव होता है, ब्लड सेल प्रोडक्शन को बढ़ाता है, लिवर स्वस्थ रहता है, वजन संतुलित रखता है, मन के लिए अच्छा है और सबसे बड़ी चीज यह है कि रक्तदान करने से मन को संतुष्टि मिलती है कि रक्तदाता ने किसी के जीवन की रक्षा कर उसे नया जीवन दिया है।
कौन कर सकता है रक्तदान
कोई भी 18-65 साल का स्वस्थ व्यक्ति हर तीन महीने में रक्तदान कर सकता हैं। रक्तदान के समय रक्तदाता का हीमोग्लोबिन का लेवल 12.5 ग्राम से कम नहीं होना चाहिए। इसके साथ ही रक्त देने वाले का वजन 45 किलोग्राम से कम नहीं होना चाहिए।
कौन नहीं कर सकता ब्लड डोनेट
अगर रक्तदाता को हेपेटाइटिस या पीलिया की समस्या हो रही हो, कोई गंभीर बीमारी का इलाज चल रहा हो, किसी तरह के एंटीबायोटिक्स ले रहे हों, मिर्गी, अस्थमा, ब्लीडिंग डिसऑर्डर, थैलेसीमिया, सिकल सेल एनीमिया, पॉलीसिथीमिया के मरीज हों, एक साल में टैटू कराया है या एक्यूपंक्चर थेरेपी ली हो, डायबिटीज में इंसुलिन का इंजेक्शन ले रहे हों तो इन व्यक्तियों को रक्तदान नहीं करना चाहिए। .