Airtel में इस अमेरिकी फर्म ने बेची कुछ हिस्सेदारी

Update: 2023-07-01 13:11 GMT
शेयर बाजार (Stock Market) जब 3 जुलाई यानी सोमवार को खुलेगा, तो एयरटेल (Airtel) के शेयरों में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है. इसकी वजह है अमेरिका की वैश्विक इक्विटी फर्म वारबर्ग पिंकस (Warburg Pincus) द्वारा उठाया गया एक कदम. दरअसल, इस कंपनी ने भारती एयरटेल (Bharti Airtel) में अपनी कुछ हिस्सेदारी बेच दी है. वारबर्ग पिंकस ने ओपन मार्केट में इस दिग्गज टेलीकॉम कंपनी ने 1649 करोड़ रुपए के शेयर बेचे हैं. आमतौर पर इस तरह के फैसलों का संबंधित कंपनी के शेयरों पर असर पड़ने की संभावना बढ़ जाती है.
इतनी % है हिस्सेदारी
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, Warburg Pincus की सहयोगी कंपनी लियोन मीडो इनवेस्टमेंट (Lion Meadow Investment) ने ये सौदा किया है. लियोन मीडो ने 1.90 करोड़ शेयरों की 1,649.20 करोड़ रुपए में बिक्री की है, जो एयरटेल में इसकी 0.32 फीसदी हिस्सेदारी के बराबर है. Airtel के इन शेयरों को एक दूसरी अमेरिकी कंपनी ने खरीदा है. यूएस की वित्तीय सेवाएं मुहैया कराने वाली कंपनी कैपिटल ग्रुप के फंड्स और सहयोगियों ने लियोन मीडो से इन शेयरों को खरीदा है.
स्टॉक पर ओवरवेट रेटिंग
एयरटेल के शेयरों पर इस डील का कुछ न कुछ असर देखने को मिल सकता है. वैसे, बता दें कि एयरटेल द्वारा चौथी तिमाही के नतीजे जारी करने के बाद ब्रोकरेज फर्म मॉर्गन स्टैनली (Morgan Stanley) ने एयरटेल स्टॉक पर ओवरवेट की रेटिंग प्रदान की थी. उसने कहा था कि 4G और पोस्टपेड ग्राहकों की संख्या में मजबूती नजर आ रही है. नतीजों की बात करें, तो भारती एयरटेल ने अपने कंसोलिडेट रिवेन्यू में इजाफा दर्शाया था. कंपनी ने सालाना आधार पर इसमें करीब 14.3% की बात कही थी. वहीं, कंपनी का नेट प्रॉफिट 3006 करोड़ रुपए रहा था.
ऐसा रहा है शेयर का हाल
एयरटेल के शेयर इस हफ्ते करीब 3% ऊपर चढ़े हैं. शुक्रवार को यह 0.89% की बढ़त के साथ 880 रुपए पर बंद हुए थे. इसके पिछले रिकॉर्ड की बात करें, तो बीते 5 कारोबारी सत्रों में इसने 4.12% और एक महीने में 6.29% का रिटर्न दिया है. जबकि एक साल में यह आंकड़ा 30.67% पहुंच गया है. पिछले साल 14 जुलाई को एयरटेल का शेयर 628.75 रुपए पर था, जो इसका 52 वीक का का निचला स्तर है. फिलहाल, इसका 52 हफ्तों का उच्च स्तर 888.75 रुपए है, जिसके ये बेहद करीब पहुंच गया है.
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