नई दिल्ली | टाटा ग्रुप (Tata Group) भारत से बाहर बैटरी सेल की बड़ी फैक्ट्री लगाने जा रहा है। टाटा संस (Tata Sons) ने यूके में एक ग्लोबल बैटरी सेल गीगाफैक्ट्री (Battery cell gigafactory) स्थापित करने की अपनी योजना की घोषणा की है। इसके लिए 4 अरब पाउंड (425 अरब रुपये) से अधिक का निवेश किया जाएगा। इस फैक्ट्री से सालाना 40 गीगावाट सेल का उत्पादन होगा। यह कदम इलेक्ट्रिक मोबिलिटी और रिन्यूएबल एनर्जी स्टोरेज सॉल्यूशंस में टाटा ग्रुप के कमिटमेंट का एक हिस्सा है। इससे यूके में बड़े स्केल पर कॉम्पिटिटिव ग्रीन टेक इकोसिस्टम स्थापित होगा।
टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने कहा, 'टाटा ग्रुप ब्रिटेन में यूरोप के सबसे बड़े बैटरी सेल मैन्यूफैक्चरिंग प्लांट में से एक स्थापित करने जा रहा है। हमारा मल्टी बिलियन पाउंड इन्वेस्टमेंट देश में अत्याधुनिक तकनीक लाएगी। यह ऑटोमोटिव सेक्टर को इलेक्ट्रिक मोबिलिटी में ले जाने में मदद करेगा। इस रणनीतिक निवेश से टाटा ग्रुप यूके में अपने कमिटमेंट को और मजबूत करता है। हमारी कई कंपनियां यहां टेक्नोलॉजी, कंज्यूमर, हॉस्पिटैलिटी, स्टील, केमिकल्स और ऑटोमोटिव सेक्टर में काम कर रही है। मैं यूके सरकार को भी धन्यवाद देना चाहता हूं, जिसने इस निवेश को सक्षम बनाने के लिए हमारे साथ इतना क्लोजली काम किया है।'
ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक ने कहा, 'टाटा ग्रुप का ब्रिटेन में अपना नया विशाल कारखाना बनाने का फैसला भारत के बाहर ब्रिटेन में उन पर बड़े विश्वास को दर्शाता है। यह यूके ऑटोमोटिव सेक्टर में अब तक के सबसे बड़े इन्वेस्टमेंट्स में से एक होगा। इससे ब्रिटेन में ना सिर्फ हजारों स्किल्ड जॉब्स पैदा होंगे, बल्कि यह इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के लिए हमारे ग्लोबल ट्रांजिशन के नेतृत्व को भी मजबूत करेगा। इससे भविष्य में क्लीन इंडस्ट्रीज में हमारी इकॉनमी को ग्रो करने में मदद मिलेगी।' बैटरी गीगाफैक्ट्री मोबिलिटी और एनर्जी सेक्टर्स में काम आने वाले हाई क्वालिटी, हाई परफॉर्मेंस, सस्टेनेबल बैटरी सेल्स और पैक्स का उत्पादन करेगी। साल 2026 से उत्पादन शुरू हो जाएगा।