राजधानी ट्रेनों में लगेंगे स्मार्ट तेजस कोच, ऑटोमैटिक दरवाजों समेत इन हाइटेक सुविधाओं से है लैस
रेलवे ने मुंबई-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस को तेजस के स्मार्ट स्लीपर कोच से रिप्लेस किए हैं. जल्द ही इन्हें दूसरे सभी राजधानी ट्रेनों में जोड़ा जाएगा. तेजस कोचेज में कई आधुनिक सुविधाएं दी गई हैं.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। भारतीय रेलवे ने हाल ही में मुंबई-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस को तेजस के स्मार्ट स्लीपर कोच से रिप्लेस किए हैं. पहली बार इन्हें अगरतला-आनंद विहार रूट पर चलाया जा रहा है. रेलवे ने चरणबद्ध तरीके से एलएचबी कोचों के साथ चलने वाली सभी राजधानी एक्सप्रेस को तेजस कोच में अपग्रेड करने की योजना बनाई है. रेल मंत्रालय ने यह फैसला यात्रियों को अधिक सहूलियत देने और रेलवे की तकनीकी उन्नति के लिए लिया है.
इस बारे में रेल मंत्रालय के बयान में कहा गया "तेजस स्मार्ट कोच के उपयोग के साथ, भारतीय रेलवे का उद्देश्य भविष्य को बेहतर बनाना है. लंबी दूरी की यात्रा के लिए इस आधुनिक तेजस स्लीपर प्रकार की ट्रेन की शुरुआत, यात्रा के अनुभव को बढ़ाने के लिए किया गया है."
भारतीय रेलवे निजीकरण की पहल के साथ तेजस रेक को शामिल करने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठा रहा है. राजधानी एक्सप्रेस, अब उन वर्गों को भी यात्रा सेवाओं के उच्च मानकों की पेशकश करने में सक्षम होगा, जिन्हें एयरलाइन उद्योग द्वारा बेहतर सुविधाएं मुहैया नहीं कराई जा रही हैं.
प्राइवेटाइजेशन में मिलेगा फायदा
तेजस कोचों को शामिल करने से एक बड़ा यात्री वर्ग आकर्षित होगा. तेजस रेक को अपनाने से पीपीपी भागीदारी और निवेश को और भी आमंत्रित किया जाएगा. रेलवे उम्मीद कर रहा है सही तरीके से इसे विकसित करने से वे भविष्य में एयरलाइन उद्योग को कड़ी टक्कर दे सकते हैं.
इन सुविधाओं से है लैस
1.प्रत्येक कोच के अंदर दो एलसीडी यात्रियों को यात्रा संबंधी महत्वपूर्ण जानकारी जैसे—अगले स्टेशन, शेष दूरी, आगमन का अपेक्षित समय, देरी और सुरक्षा संबंधी संदेश आदि देंगे.
2.ट्रेन में फ्लश टाइप एलईडी डिजिटल डेस्टिनेशन बोर्ड भी होंगे. जो प्रत्येक कोच पर प्रदर्शित डेटा को दो पंक्तियों में दिखाएगा. पहली पंक्ति ट्रेन संख्या और कोच प्रकार प्रदर्शित करती है जबकि दूसरी पंक्ति गंतव्य और मध्यवर्ती स्टेशन के स्क्रॉलिंग टेक्स्ट को कई भाषाओं में प्रदर्शित करती है.
3.हर कोच में कैमरे लगे हैं जो लाइव रिकॉर्डिंग करते हैं. डे-नाइट विजन क्षमता वाले सीसीटीवी कैमरे, कम रोशनी की स्थिति में भी चेहरे की पहचान, नेटवर्क वीडियो रिकॉर्डर आदि सुविधाओं से लैस कैमरों को कोच में लगाया गया है.
4.सभी मुख्य प्रवेश द्वार गार्ड द्वारा नियंत्रित होंगे. जब तक सभी दरवाजे बंद नहीं हो जाते तब तक ट्रेन शुरू नहीं होगी.
5.सभी कोचों में ऑटोमैटिक फायर अलार्म और डिटेक्शन सिस्टम दिया गया है. पेंट्री और पॉवर कारों में स्वचालित अग्नि शमन प्रणाली दी गई है.