नया रिकॉर्ड मध्य रेलवे ने कमाई में बनाया 9 महीने में 144.23 करोड़ रुपये वसूली

देश की लाइफलाइन यानी भारतीय रेल (Indian Railways) अपने यात्रियों को सुविधाजनक और आरामदायक सेवाएं देने के लिए लगातार काम कर रही है.

Update: 2022-01-07 10:04 GMT

 जनता से रिश्ता वेबडेस्क | देश की लाइफलाइन यानी भारतीय रेल (Indian Railways) अपने यात्रियों को सुविधाजनक और आरामदायक सेवाएं देने के लिए लगातार काम कर रही है. यात्रियों को शानदार यात्रा अनुभव देने के साथ ही कमाई पर भी रेलवे का हमेशा खास ध्यान रहता है. बता दें कि भारतीय रेल सिर्फ यात्री सेवा (Passenger Services) और माल ढुलाई (Freight Services) से ही कमाई नहीं करती, रेलवे के पास कमाई के और भी कई विकल्प उपलब्ध हैं. इन विकल्पों में नॉन फेयर रेवेन्यू और टिकट चेकिंग रेवेन्यू भी शामिल हैं. भारतीय रेल का पूरा नेटवर्क 16 अलग-अलग जोन में काम करता है और प्रत्येक जोन अलग-अलग डिविजन में काम करते हैं.

सभी जोन की कमाई पर निर्भर करती है रेलवे की कुल कमाई
यहां आपको ये जानना बहुत जरूरी है कि भारतीय रेल का कुल राजस्व, सभी जोन के राजस्व पर निर्भर करता है. रेलवे के सभी 16 जोन वित्त वर्ष पूरा होने पर अपने राजस्व का विवरण देते हैं, जिसमें राजस्व के अलग-अलग स्रोत शामिल होते हैं. फिर सभी जोन के पूरे राजस्व को इकट्ठा करके भारतीय रेल के कुल राजस्व का पता लगाया जाता है.
मध्य रेलवे के Non-Fare Revenue में दर्ज किया गया जबरदस्त उछाल
इसी सिलसिले में भारतीय रेल के मध्य रेलवे ने नॉन फेयर रेवेन्यू और टिकट चेकिंग रेवेन्यू में बाकी सभी जोन को पीछे छोड़ दिया है. मध्य रेलवे के मुताबिक, उन्होंने मौजूदा वित्त वर्ष 2021-22 में दिसंबर 2021 तक Non-Fare Revenue के जरिए 19.03 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया है. मध्य रेलवे के मुताबिक पिछले साल इसी अवधि के मुकाबले इस बार Non-Fare Revenue के जरिए अर्जित किए गए राजस्व में 378 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. मध्य रेलवे के मुताबिक, Non-Fare Revenue के जरिए सबसे ज्यादा राजस्व अर्जित करने के मामले में वह सभी जोन में सबसे आगे रहा है. बता दें कि Non-Fare Revenue के अंतर्गत डिजिटल क्लॉक रूम, इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग स्टेशन, ऐप बेस्ड ई-व्हील चेयर जैसी कई सेवाएं शामिल हैं.
बिना टिकट यात्रा करने वालों से वसूले गए करोड़ों रुपये
ट्रेन में बिना टिकट सफर करने वाले यात्रियों और बिना बुकिंग ट्रेन में जाने वाले सामान के खिलाफ मध्य रेलवे लगातार कार्रवाई कर रहा है. दिसंबर 2021 में मध्य रेलवे ने बिना टिकट यात्रा और बिना बुकिंग सामान ले जाने वाले 3.33 लाख लोगों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 19.54 करोड़ रुपये की वसूली की है. मध्य रेलवे के मुताबिक पिछले साल अप्रैल से दिसंबर तक ऐसे 24.19 लाख मामलों में कार्रवाई कर 144.23 करोड़ रुपये की वसूली की गई है, जो बाकी सभी जोन द्वारा की गई वसूली में सबसे ज्यादा है. बताते चलें कि मध्य रेलवे ने 27,887 ऐसे यात्रियों से भी जुर्माना वसूला है जो बिना मास्क के यात्रा करते हुए पकड़े गए थे.


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