वैश्विक रुख और वायदा सौदा निपटान से बाजार में रहेगा उतार-चढ़ाव

Update: 2023-02-19 12:02 GMT

मुंबई। वैश्विक बाजार के कमजोर रुझान के बावजूद स्थानीय स्तर पर हुई लिवाली की बदौलत बीते सप्ताह आधी फीसदी की तेजी में रहे घरेलू शेयर बाजार में अगले सप्ताह वैश्विक रुख और मासिक वायदा सौदा निपटान से उतार-चढ़ाव रहेगा।

बीते सप्ताह बीएसई का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 262.3 अंक अर्थात 0.43 प्रतिशत की तेजी लेकर सप्ताहांत पर 61 हजार अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर के पार 61002.57 अंक पर टिकने में सफल रहा। हालांकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 87.7 अंक यानी 0.5 प्रतिशत की बढ़त लेकर भी सप्ताहांत पर 18 हजार के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे 17944.20 अंक पर रहा।

वहीं, समीक्षाधीन सप्ताह में बीएसई की मझौली और छोटी कंपनियों में बिकवाली की दबाव रहा। सप्ताहांत पर मिडकैप 205.17 अंक उतरकर 24685.27 अंक और स्मॉलकैप 216.65 अंक टूटकर 28046.40 अंक पर आ गया।

विश्लेषकों के अनुसार, बीते सप्ताह भी बाजार सीमित दायरे में ही रहा। हालांकि, निफ्टी ने इस सीमा से बाहर निकलने की कोशिश की लेकिन सप्ताह के अंत में वह वापस 18 हजार अंक से नीचे आ गया।

वर्तमान में अमेरिका में जारी रोजगार का मजबूत आंकड़ा, उच्च अमेरिकी बॉन्ड यील्ड और अल्पावधि में इक्विटी निवेशकों की निवेश धारणा का मार्गदर्शन करने वाले डॉलर इंडेक्स के साथ वैश्विक संकेत थोड़े अस्थिर हैं। वैश्विक रुझान और फरवरी का वायदा सौदा निपटान के कारण अगले सप्ताह बाजार में उतार-चढ़ाव हो सकता है।

वहीं, एफआईआई ने पिछले कुछ दिनों में खरीददारी में कुछ दिलचस्पी दिखाई है, लेकिन पिछले सप्ताह कुछ ब्लॉक लिवाली हुई थी इसलिए उनका निवेश प्रवाह बाजार के महत्वपूर्ण होगा। इसके साथ की रूस और यूक्रेन के हालात पर भी बाजार की नजर रहेगी।

वैश्विक बाजार के मिलेजुले रुख के बीच स्थानीय स्तर पर आईटी, टेक, कमोडिटीज और रियल्टी समेत पंद्रह समूहों में हुई बिकवाली से सोमवार को सेंसेक्स 250.86 अंक की गिरावट लेकर 60431.84 अंक और निफ्टी 85.60 अंक टूटकर 17770.90 अंक पर रहा।

वहीं, अमेरिका में महंगाई के आंकड़े जारी हाने से पहले वैश्विक बाजार में आई तेजी से उत्साहित निवेशकों की स्थानीय स्तर पर आईटीसी, रिलायंस, टाटा स्टील, आईसीआईसीआई बैंक और एसबीआई जैसी दिग्गज कंपनियों में हुई लिवाली की बदौलत मंगलवार को सेंसेक्स 600.42 अंक की उड़ान भरकर लगभग एक महीने बाद 61 हजार अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर के पार 61032.26 अंक और निफ्टी 158.95 अंक की तेजी लेकर 17929.85 अंक पर रहा।

इसी तरह वैश्विक बाजार की गिरावट के बावजूद स्थानीय स्तर पर दूरसंचार, रियल्टी, ऑटो, आईटी और टेक समेत पंद्रह समूह में हुई लिवाली की बदौलत बुधवार को सेंसेक्स 242.83 अंक की छलांग लगाकर 61,275.09 अंक और निफ्टी 86 अंक की बढ़त लेकर 18 हजार अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर के पार 18,015.85 अंक पर पहुंच गया।

वहीं, वैश्विक बाजार की तेजी के प्रभाव से स्थानीय स्तर पर आईटी, इंडस्ट्रियल्स, धातु, टेक और कमोडिटीज समेत पंद्रह समूहों में हुई लिवाली से गुरुवार को सेंसेक्स 44.42 अंक चढ़कर 61319.51 अंक और निफ्टी 20 अंक बढ़कर 18035.85 अंक पर पहुंच गया।

अमेरिकी फेड रिजर्व के एक बार फिर ब्याज दर में बढ़ोतरी करने की संभावना से वैश्विक बाजार में आई गिरावट से हतोत्साहित निवेशकों की स्थानीय स्तर पर आईटी, टेक, दूरसंचार और रियल्टी समेत पंद्रह समूहों में हुई बिकवाली के दबाव में शुक्रवार को सेंसेक्स 316.94 अंक का गोता लगाकर 61002.57 अंक और निफ्टी 91.65 अंक लुढ़ककर 18 हजार अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे 17944.20 अंक पर आ गया।

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