आधार कार्ड से कितने सिम कार्ड लिंक चेक कर सकते हैं इन स्टेप्स करे फॉलो
अगर आप कोई सिम कार्ड लेते हैं, तो उसे आधार कार्ड से लिंक्ड कराना पड़ता है. यानी उसकी केवाईसी करानी पड़ती है
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | अगर आप कोई सिम कार्ड लेते हैं, तो उसे आधार कार्ड से लिंक्ड कराना पड़ता है. यानी उसकी केवाईसी करानी पड़ती है. इसके बाद ही सिम कार्ड एक्टिव होता है. एक आधार कार्ड से अधिकतम 9 SIM Cards खरीद सकते हैं. लेकिन सारे सिम कार्ड्स किसी एक ऑपरेटर के नहीं ले सकते है. एक ऑपरेटर के अधिकतम 6 सिम कार्ड्स ले सकते हैं. ऐसे में कई बार आपके आधार कार्ड से कोई ऐसा सिम भी एक्टिव होता है, जिसे आप इस्तेमाल तक नहीं करते. अब अगर आप जानना चाहते हैं कि आपके आधार कार्ड से कितने सिम कार्ड लिंक्ड हैं तो आसानी से जान सकते हैं. आइए इसके बारे में डिटेल में बताते हैं.
टेलीकॉम विभाग के पोर्टल पर कर सकते हैं चेक
इसके लिए आपको सरकार के टेलीकॉम विभाग के एक पोर्टल पर जाकर चेक करना होगा. जो सिम आपकी आईडी पर फर्जी तरीके से लिया गया है, उसे ब्लॉक भी कर सकेंगे. अब अगर आप कोई सिम कार्ड इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं और उसे अपने आधार कार्ड से हटाना चाह रहे हैं तो आसानी से डिस्कंटिन्यू कर सकते हैं. टेलीकॉम विभाग ने एक पोर्टल की शुरुआत की है. इसका नाम है Telecom Analytics for fraud management and consumer protection या TAFCO.
कई बार फ्रॉड आपके नाम पर ले लेते हैं सिम
दरअसल, कई बार आपको पता नहीं होता है कि आपकी आईडी (आधार कार्ड) पर कितने सिम चल रहे हैं. वहीं, कई बार फ्रॉड किसी की भी आईडी से सिम ले लेते हैं और गैरकानूनी कामों को अंजाम देते हैं. इससे जिसके नाम पर सिम है, उसके लिए मुश्किल पैदा हो जाती है. ऐसे में आपके लिए यह जानना जरूरी है कि आपकी आईडी पर कितने सिम कार्ड एक्टिवेटेड हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एक आईडी पर 9 सिम एक्टिवेट किए जा सकते हैं, लेकिन जम्मू-कश्मीर व उत्तर-पूर्व राज्यों की आईडी पर 6 सिम एक्टिवेट किए जा सकते हैं.
ऐसे चेक करें लिंक्ड SIM?
- सबसे पहले https://www.tafcop.dgtelecom.gov.in/ वेबसाइट पर जाएं.
- मोबाइल नंबर दर्ज करें और मोबाइल फोन पर आए OTP को भरें.
- OTP सब्मिट करने के बाद एक लिस्ट दिखेगी. इस लिस्ट में आपके लिंक्ड सिम कार्ड की डिटेल होगी.
- इस लिस्ट में जो नंबर आप इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं, उसे ब्लॉक कर सकते हैं.
- कंज्यूमर को एक ट्रैकिंग आईडी दी जाएगी. इससे पता लगेगा कि आधार पर अवैध नंबर जारी करने वाले के खिलाफ क्या एक्शन लिया गया है.